नेचुरल लूफा | Natural Loofah
Natural Loofah के विषय में
Natural Loofah किसे कहते हैं:
हर दिन बाजार में सोंदर्य उत्पादों की नई किस्में हमारे सामने आ रही हैं। हर दिन एक नया प्रोडक्ट शरीर की साफ-सफाई और सेहत के लिए पिछले प्रोडक्ट से बेहतर सर्विस देने का वादा करते दिखते हैं लेकिन, बाजार की चकाचौंध में हम प्राकृतिक तरीकों के इस्तेमाल से दूर होते जा रहे हैं। आज हम एक ऐसे ही प्राकृतिक चीज की बात करेंगें जिसे नेचुरल लूफा Natural Loofah कहा जाता है।
Natural Loofah एक नैचुरल बॉडी स्क्रबर की तरह काम करता है। प्राकृतिक लूफा का इस्तेमाल करने से डेड स्किन सेल्स आसानी से हट जाते हैं और त्वचा ज़्यादा मुलायम व चमकदार बनती हैं। बाजार में यही Loofah प्लास्टिक के मिलते हैं जो यूज़ या इस्तेमाल करने के बाद कचड़े में फेंक दिए जाते हैं जिससे वातावरण को काफी नुकसान होता है। लेकिन कुछ प्राकृतिक Loofah तोरई (सब्जी) से बनाए जाते है जिसके कई फायदे होते हैं।
घर पर ही बनााएं Natural Loofah :
आप घर पर ही आसानी से इसे बना सकते हैं और कमाल की बात है कि विदेशों में इसकी कीमत हजारों में होती हैं। तोरई जब पूरी तरह से पक जाए तो उसे तोड़ने के बजाए सूखने के लिए छोड़ दिया जाए। जब तोरई पूरी तरह से सूख जाती है तो उसे बेल से तोड़कर अलग कर लें और उसके सिरों को दोनों तरफ़ से हल्का काट लें। सूखी हुई तोरई के बीज निकालकर तोरई को पानी में भिगो दें। इससे तोरई नरम हो जाती है और छिलका आसानी से निकल जाता है। छिलके उतारने पर अगर उसमें नमी हो तो उसको फिर से धूप में सुखा लें। पूरी तरह से सूखने पर इसे मनचाहे आकार में काट लें। इसे ही प्राकृतिक Loofah कहा जात है।
इसे भी पढ़ें – सप्पनवुड के बारे में पढ़ें
तोरई से बनाएं ये चीजें :
तोरई के बारे में दिलचस्प जानकारी ये है कि तोरई का ताल्लुक खीरा परिवार से है जिसके जींस को Luffa कहा जाता है, इसी से Loofah शब्द का इजात किया गया है। सैकड़ों साल पहले तोरई के जूस का इस्तेमाल साफ सफाई के लिए होता था, वहीं इसके हरे भाग को सब्जी के रूप में खाया जाता था। हालांकि अगर तोरई के छिलके और बीज को अलग करके सुखा दिया जाए, तो उसे प्राकृतिक लूफा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें – लोबान कैसे बनता है?
दुनिया भर में तोरई के सूखने के बाद उसे कई चीजों के निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है जैसे- गद्दों में भरे जाने वाला भूसा, सैनिकों के हेलमेट पैडिंग जैसी चीजें शामिल हैं। इसके अलावा औषधि, पेंटिंग, ज्वैलरी, सजावट का सामान और पानी को फिल्टर करने में भी इस्तेमाल तोरई के सूख जाने पर किया जाता है। प्राकृतिक लूफा से लाखों की कमाई की जा सकती है, जिसे आप आसानी से शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको घर पर या छोटी सी जमीन पर तोरई की बेल लगानी होगी, जिसे प्राप्त मात्रा में खाद पानी के जरिए बड़ा किया जाता है।
व्यावसायिक रूप से कमाई का साधन :
भारतीय बाजारों में प्राकृतिक लूफा की कीमत 10 से 50 रूपए के बीच होती हैं, वहीं ऑनलाईन, प्राकृतिक Loofah को अपना लोगो लगाकर 100 से लेकर 250 रूपए तक में बेचा जा रहा है। इस लिहाज से इसका व्यापार करके अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है। आप चाहें तो प्राकृतिक लूफा तैयार करके उसकी ऑनलाइन बिक्री भी कर सकते है, जिसकी विदेशों में कीमत हजारों में हैं। इसका एक फायदा ये भी है कि सूखी तोरई से निकले बीज तोरई की अगली बेलों को लगाने के लिए काम आते हैं और अलग से बीजों पर खर्च नहीं करना होगा।