पिंक हिमालयन नमक

पिंक हिमालयन नमक

नमक हमार खान-पान का एक ऐसा हिस्सा जिसको अगर एक दिन भी ना खाएं, कम खाएं या फिर अधिक खा लें तो शरीर नामक मशीन के पुर्जे बिखरने लगते हैं…मतलब शरीर में नमक की कमी या अधिकता से हाइपरटेंशन, हार्ट की प्रॉब्लम या फिर low blood pressure जैसा परेशानी हो सकती है। ऐसे में लोग अलग अलग प्रकार के नमक का इस्तेमाल अपने खाने में करते हैं। जो स्वास्थ के लिहाज से कम नुक्सानदेह हो। च्छी बात ये है कि सेंधा नमक प्रदूषण रहित है, इसलिए इसे खाने के नुकसान बहुत कम हैं और फायदे ज्यादा।

काला नमक

काला नमक

हमारी भारतीय विरासत के खाने की सामग्रियों में जलवायु और स्वास्थ्य का खासा महत्त्व देखा जाता है। काला नमक इसी सभ्यता का एक हिस्सा है। नमक की यह किस्म प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले नमक में चुनिंदा जड़ी बूटियों को मिलाकर बनाई जाती है। इसका मिश्रण आँवला, हरड़ के बीज, बबूल की छाल और बहेड़ा के बीजों को बारीक पीसकर तैयार किया जाता है।