FLAX SEEDS | अलसी | Alsi

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अलसी के विषय में –

प्रतिदिन सुबह-शाम एक चम्मच अलसी का सेवन आपको पूरी तरह से स्वस्थ रखने में एक अच्छे दोस्त की तरह आपका खास ख्याल रख सकती है। अलसी तिल की तरह ही दिखती है लेकिन तिल के दानों से अलसी के दाने थोड़े बड़े होते हैं और इनकी उपरी परत कड़ी, चमकीली और मुलायम होती है। अलसी दो प्रकार की होती है भूरी और पीली। कई जगहों पर सुनहरे रंग की अलसी भी मिलती है। ऐतिहासिक रूप से उगाई जाने वाली अलसी की खपत हिमाचल की पहाड़ियों से लेकर बिहार के मैदानी इलाकों तक होती है।

अलसी के कई नाम :
अलसी के बीजों को कई नामों से जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे Flax seeds या Linseeds भी कहा जाता है। हिंदी में इसे तीसी भी कहा जाता है। अलसी के बीजों से तेल भी निकाला जाता है और उस तेल को तीसी का तेल कहते हैं। बाजार में अलसी भले ही विभिन्न रंगों में मिलती हो लेकिन उसके विभिन्न प्रकार के बीजों में सभी पौष्टित तत्व समान ही होते है। आपको जानकार हैरानी होगी की सुमेरियन civilization में अलसी के रेशों का इस्तेमाल कपड़ों में भी होता था।

अलसी का सेवन :
अलसी का स्वाद हल्का गरम मेवेदार जैसा होता है। साबुत पीसी हुई अलसी लेनी हो या अलसी का तेल, साल भर अलसी से बनने वाली चीजें बाजार में आसानी से मिल जाती हैं। आप चाहें तो आजकल ऑनलाइन भी ऑर्डर देकर घर पर मंगवा सकते हैं। पके हुए अनाज आधारितत व्यंजनों में अलसी का उपयोग करना हो या खाने को गाढ़ापन देना हो तो अलसी को पहले भून कर मिक्सर में इसका बारीक या दरदरा पाउडर बना कर रख लें। खाना पक जाने के बाद अलसी के इस पाउडर को मिलाने से खाने में गाढ़ापन आ जाता है।

अलसी के फायदे :
अलसी में पाए जाने वाले फाइबर्स, आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखते हैं। अलसी में पाए जाने वाले ओमेगा-3 की वजह से यह रक्त प्रवाह को बेहतर कर, खून के थक्के बनने से रोकने में मदद करता है। जिससे हार्ट अटैक की संभावना भी काफी कम रहती है। अलसी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइटोकैमिकल्स होते हैं जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करते हैं जिससे त्वचा पर झुर्रियां नहीं होती और त्वचा स्वस्थ व चमकदार बनी रहती है।

Samagralay Review : Namakwali ब्रांड की Alsi ki Chutney

सामग्रालय पर आएं और कुछ स्वादिष्ट और हेल्दी खाने की जानकारी और उसका पता ना लेकर जाएं, ऐसा कैसे हो सकता है? इस पेज पर आप पढ़ रहे हैं आज अलसी से बने हुई एक ऐसी डिश के बारे में जो आपकी मेहनत को कम करके आसानी से अलसी के फायदों से मुलाकात करवाती है। ये डिश है Namakwali ब्रांड की Alsi ki Chutney (असली की चटनी)। कहते हैं कि अलसी के बीजों को कभी भी साबुत नहीं खाना चाहिए क्योंकि अलसी के बीज को छिलके काफी सख्त होते हैं और पेट में जाकर पचने में समय लगाते हैं जिसके कारण हमारी आतों पर जोर पड़ता है बीजों के छिलके को पचाने में। इसीलिए ध्यान दें कि अलसी को पाउडर के रूप में ही खाने की कोशिश करें। अलसी के बीजों को पीस कर ही अपने खाने में शामिल करें।

⦿ आकर्षक और साफ-सुथरी पैकेजिंग :
उत्तराखंड की देवभूमि में स्थित है Namakwali। इस ब्रांड का जितना नाम सुंदर है उतनी ही सुंदर है इनके प्रोजक्ट्स की पैकेजिंग। पहाड़ों में काम करती महिलाओं की तस्वीरों के साथ सफेद पैकेट में छिपा रहता है ये पहाड़ी खजाना (उपर दिख रहे फोटोज़ में आप देख सकते हैं) जिसे देखने भर से आपको Namakwali ब्रांड के प्रोडक्ट से एक कनेक्शन जरूर महसूस होगा। अलसी पहाड़ों में उगती है तो क्यों ना पहाड़ों की खुशबू सीधे अपनी प्लेट पर लाई जाए! प्राकृतिक और ओरगैनिक रूप से उगाई जाने वाली अलसी को Namakwali ब्रांड ने चटनी के रूप में आपके खाने को अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए तैयार किया है जिनकी कोशिश को हम आप तक पहुंचा रहे हैं।

⦿ कैसे खाएं Namakwali ब्रांड की अलसी की चटनी :
अब अलसी को खाने के लिए पहले उसको भीगोना पड़ता है, या उसको पीसना पड़ता है। उसके बाद दूसरी सामग्रियों के साथ मिलाकर ही अलसी को खाना पड़ता है क्योंकि अलसी तासीर में गर्म होती है जिसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। कुछ लोगों के लिए ये पूरा प्रोसेस काफी बोझिल हो सकता है तो ऐसे में काम आती है Namakwali ब्रांड की Alsi ki Chutney जो आसानी से भोजन में शामिल भी हो पाती है और लाभ भी पूरा देती है। इसे आप कई तरीकों से खा सकते हैं –

 अलसी चटनी पाउडर को नाशते में खाए जाने वाले भोजन पर छिड़कर खा सकते हैं।
 अलसी चटनी पाउडर को दही में मिलाकर खा सकते हैं।
 ब्रैड, बैटर या किसी प्रकार का आटा गूंथने में अलसी चटनी पाउडर को मिलाया जा सकता है।
 इस चटनी पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लें जिसे रोटी पर लगाकर खा सकते हैं।
 गर्म रोटी पर घी लगा या परांठे पर अलसी चटनी का पेस्ट लागाकर खाने में स्वादिष्ट लगती है।

कितनी फायदेमंद है Namakwali ब्रांड की अलसी चटनी :
 एक चम्मच अलसी की चटनी में अच्छी खासी मात्रा में प्रोटीन, फाइबर और आमेगा 3 फैटी ऐसिड मिलता है।
 अलसी भूख को कम करती है जिससे औवर इटिंग से बचा जा सकता है।
 शाकाहारी लोगों को ‘आमेगा 3 फैटी ऐसिड’ अलसी की चटनी खाने से मिल जाएगा।
 पाचन की समस्या है तो अलसी की चटनी तुरंत खाना शुरू करें।

सामग्रालय का अनुभव –
सामग्रालय का रिव्यू हमेशा किसी भी प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने के बाद ही लिखा जाता है। Namakwali ब्रांड की Alsi ki Chutney खाने में स्वाद के साथ या कहें उससे ज्यादा सेहत के लिए फायदेमंद है इसीलिए अगर आप यहाँ तक पहुंच ही गए है तो एक बार नीचे दिए गए लिंक पर जाकर खुद को सेहतमंद बनाने की तरफ एक क्लिक बढ़ाएं।

अलसी के व्यंजन

  • अलसी की चिक्की

  • अलसी के लड्डू/ पिन्नी

  • अलसी की बड़ी( बिहार)

  • अलसी की सूखी चटनी

अलसी के फायदे

  • ओमेगा-3 का अच्छा विकल्प
  • शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखना
  • रक्त प्रवाह को बेहतर रखना
  • त्वचा पर झुर्रियां को दूर करना

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