मुनस्यारी राजमा

सात हजार फीट से अधिक ऊंचाई वाले उच्च हिमालयी आदि गांवों में पैदा होने वाली राजमा को मुनस्यारी के राजमा नाम से जाना जाता है। अपने स्वाद के चलते विशेष पहचान रखती है। मैदानी क्षेत्रों में पैदा होने वाली राजमा से आकार में कुछ बड़ी सीमांत की राजमा पूरी तरह जैविक तरीके से उत्पादित की जाती है। इसके उत्पादन में किसी तरह की रासायनिक खाद का उपयोग नहीं होता है।

ब्लैक किडनी बीन्स

राजमा-चावल हर लगभग हर किसी का स्वादिष्ट भोजन रहा है। देश-विदेश में राजमा की अनेक किस्में पायी जाती हैं। लाल, सफेद, काला, भूरा, पहाड़ी राजमा, हरसिल राजमा, आदि आदि। सामग्रालय परिवार से जुड़ा है एक नए किस्म का राजमा जिसे अंग्रेजी में Black Speckled Kidney Beans कहा जाता है। अब हिंदी में इसे आप काले छिद्रित राजमा कह सकते हैं। Black Speckled मतलब काले धारीदार या धब्बेदार किडनी बीन्स। काले छिद्रित राजमा, जो कि अन्य विभिन्न फसलों में मशहूर होते हैं, भारत और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में खासकर उगाये जाते हैं। ये फलियां बेहद पोषणयुक्त होती हैं, जो भोजन का एक महत्वपूर्ण अंग होते हैं।