TULAIPANJI RICE | तुलाईपंजी चावल

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तुलाईपंजी चावल के विषय में –

तुलाईपंजी एक स्वदेशी सुगंधित चावल की किस्म है जो मुख्य रूप से भारत के पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के रायगंज उप-मंडल में उगाई जाती है। इस चावल की किस्म की सुगंध और गुणवत्ता इसकी मूल उत्पत्ति से दृढ़ता से जुड़ी हुई है। तुलाईपंजी को ‘गैर-बासमती सुगंधित चावल’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। साल 2017 में बंगाल के इस खुशबूदार तुलाईपंजी चावल को भारत सरकार की तरफ से GI Tag भी मिल चुका है।

कहां उगता है Tulaipanji Rice ?

पश्चिम बंगाल में दिनाजपुर जिला अपनी स्वदेशी चावल विविधता के लिए प्रसिद्ध है, जिसका उल्लेख 1100 ईस्वी पूर्व के कई महत्वपूर्ण ग्रंथों में मिलता है। यहां पाई जाने वाली सबसे पुरानी देशी किस्मों में से एक तुलाईपंजी या तुलाई है, जिसकी खेती सदियों से पारंपरिक तरीकों से की जाती रही है। इस सुगंधित चावल, इसकी खेती के तरीकों और कटाई का महिमामंडन करने वाले लोक-गीत पीढ़ियों से चले आ रहे हैं और धीरे-धीरे नए युग के संगीत में अपना स्थान बना चुके हैं।

Tulaipanji का अर्थ

तुलाईपंजी का नाम तुलन या तुलाशाली से लिया गया है जिसका अर्थ है सुगंधित और कपास की तरह मुलायम। इस चावल की खेती दिनाजपुर के दो जिलों (लगभग 8000 हेक्टेयर) और दार्जिलिंग जिले में हिमालय की तलहटी (सिलीगुड़ी उप-मंडल) में की जाती है। तुलाईपंजी की सुगंध वास्तव में इतनी तेज है कि चावल की इस किस्म को भारत में सबसे अच्छी सुगंधित स्वदेशी चावल किस्मों में से एक माना जाता है। कच्चे और उबले चावल दोनों ही एक साल तक अपनी सुगंध बरकरार रखते हैं जो एक बहुत ही दुर्लभ गुणवत्ता है। तुलाईपंजी का उपयोग आम तौर पर उबले चावल के रूप में किया जाता है लेकिन कुछ हद तक कच्चे चावल का भी सेवन किया जाता है।

Tulaipanji क्यों हैं खुशबूदार चावल ?

तुलाई के दाने सफेद-पीले रंग के और दिखने में छोटे-पतले होते हैं, जो पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में उगाए जाने वाले चावल की किस्मों की खासियत है। पका हुआ चावल चिपचिपाहट रहित, दिखने में चमकीला और स्वाद में स्वादिष्ट होता है। चूँकि यह चावल देशी तरीकों से उगाया जाता है, इसमें उच्च छिलका प्रतिशत, मिलिंग प्रतिशत, प्रोटीन सामग्री, अच्छी हेड राइस रिकवरी, उच्च रोग-कीट प्रतिरोध, मध्यवर्ती क्षार मूल्य और जिलेटिनाइजेशन तापमान होता है जो इसे बेहद अलग बनाता है।

कैसे खाएं Tulaipanji चावल ?

तुलाईपंजी चावल जिसे ‘उत्तरी बंगाल का बासमती’ भी कहा जाता है, आमतौर पर पुलाव, तले हुए चावल, बिरयानी (सब्जियों, चिकन, मटन और पोर्क के साथ, क्योंकि चावल की मादक सुगंध कोमल मांस को स्वादिष्ट गुणवत्ता प्रदान करती है) और मीठे व्यंजन तैयार करने के लिए उपयोग किया जाता है जैसे पीठा, पायेश और अन्य स्थानीय व्यंजन।

तुलाईपंजी एक स्वदेशी सुगंधित चावल है जो मुख्य रूप से भारत के पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले के रायगंज उप-मंडल में उगाई जाती है। इस चावल की किस्म की सुगंध और गुणवत्ता इसकी मूल उत्पत्ति से दृढ़ता से जुड़ी हुई है। तुलाईपंजी को ‘गैर-बासमती सुगंधित चावल’ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। साल 2017 में बंगाल के इस खुशबूदार तुलाईपंजी चावल को भारत सरकार की तरफ से GI Tag भी मिल चुका है।

⦿ आकर्षक पैकेजिंग :

किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले नज़र जाती है उसकी पैकेजिंग पर, ठीक उसी तरह से हमारी नज़र अटकी ‘Earth Story Farms’ ब्रांड के Tulaipanji Rice के पैकेट पर, जो दिखने में बेहद ही खूबसूरत है। Zipper packet में चावल को पैक किया गया है जो easy to use भी है साथ ही east to store भी है।

⦿ पारंपरिक चावल को बचाया Earth Story Farms ने :

अर्थ स्टोरी फ़ार्म्स के अस्तित्व का उद्देश्य स्वच्छ भोजन को एक संस्कृति बनाना है। Earth Story Farms अपने प्रोडक्ट्स की ताजगी को बनाए रखते हुए और स्वादों की जटिलता को बरकरार रखते हुए रसायन-मुक्त उत्पाद उगाते हैं, बनाते हैं और आप तक पहुंचाते हैं। Earth Story Farms अपने खेत में रसायन-मुक्त, टिकाऊ खेती और अपने साझेदार किसानों के साथ मिलकर सभी प्रोडक्ट्स तैयार करते हैं जैसे आप देख पा रहे हैं Tulaipanji Rice को, जो बंगाल का एक बेहद ही पुराना चावल है।

⦿ स्वाद और सुगंध :

हमें ये चावल खाने में मक्खन जैसा सोफ्ट और खुशबूदार लगा, जो कि इस चावल की पहचान है। इसके अलावा Tulaipanji Rice काफ़ी हल्का, नॉन स्टिकी, स्वादिष्ट और सुपाच्य है। Tulaipanji Rice से हमने पुलाव और खीर बनाकर टेस्ट किया, जो सुगंधित और स्वादिष्ट दोनों ही मानकों में बेहतर है। ध्यान दें कि पकाते समय इस चावल की खुशबू दूर तक फैलती है साथ ही पकने में भी ये चावल अधिक समय नहीं लेता।

⦿ हेल्दी चावल है Buddha Ratana Rice :

Earth Story Farms ब्रांड का Tulaipanji Rice स्वादिष्ट और सुपाच्य होने के साथ सेहत के लिए भी अच्छा है क्योंकि इसे उगाते समय किसी खाद, रसायन या किसी भी किस्म के रसायनिक फर्टीलाइजर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है जिसकी वजह से Tulaipanji Rice की पौष्टिक्ता और खुशबू बरकरार रहती है।

⦿ सामग्रालय का अनुभव :

हमारे देश को विरासत में मिलने वाले चावलों की कई किस्में हमारे खान पान से दूर हो चुकीं हैं। Earth Story Farms जैसे ब्रांड के प्रयास से Tulaipanji Rice की इस किस्म को ना सिर्फ बचाया गया है बल्कि हमारे और आप सब के लिए पौष्टिक, स्वादिष्ट और विरासती किस्म के चावल को उगाया जा रहा है और सब के घरों तक पहुंचाया भी जा रहा है। सामग्रालय का अनुभव काफी अच्छा रहा। अब समय है आपके अनुभव में Earth Story Farms के Tulaipanji Rice को शामिल करने का। नीचे दी गई वैबसाइट के लिंक पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

Tulaipanji चावल के व्यंजन

  • पुलाव, तले हुए चावल
  • बिरयानी बनाएं
  • पीठा, पायेश बनाएं
  • सब्जियों, चिकन, मटन और पोर्क के साथ

Tulaipanji चावल के फायदे

  • रोग-कीट प्रतिरोधी गुणवत्ता
  • फइबर से भरपूर
  • पाचन सुधार
  • कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स

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