सन्नम मिर्च | Sannam Chilli
कहां उगती है सन्नम मिर्च –
गुंटूर सनम मिर्च आंध्र-प्रदेश की बहुत ही प्रसिद्ध मिर्च है। गुंटूर मिर्च की खेती, प्रसंस्करण और उपलब्धता मुख्य रूप से गुंटूर में ही होती है। गुंटूर सन्नम मिर्ची को उगने के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है। साथ ही पकने के लिए सन्नम मिर्ची को शुष्क मौसम की आवश्यकता होती है। ये दोनों ही जलवायु आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में मिल जाती है। सन्नम मिर्ची को 7,000 फीट (2,100 मीटर) तक की ऊंचाई पर लगाया जा सकता है। इसको लगाने वाली मिट्टी की पीएच वैल्यू 6 या 7 होती है जो तटस्थ या हल्की अम्लीय मिट्टी होती है।
गुंटूर मिर्च की खेती –
दक्षिण भारत की सबसे तीखी मिर्च कोई है तो वो है गुंटूर सनम मिर्च। इस मिर्च की खेती आंध्र-प्रदेश के गुंटूर जिले के अलावा प्रकाशम, वारंगल (तेलंगाना), खम्मम (तेलंगाना) जिले में भी होती है। देश भर में मिर्ची की खेती में से 40 फिसदी ऊपज अकेले आंध्र-प्रदेश में होती है। यह मिर्ची तेज लाल लेकिन चमकीला छिलका लिए एकदम पतले व लंबे आकार की होती। वहीं इसकी स्किन मोटी होती है जो खुशबूदार होने के साथ-साथ खाने को बनाती है स्वादिष्ट।
सन्नम मिर्च को मिला GI Tag –
• साल 2010 में गुंटूर सन्नम मिर्च को जीआई टैग की सूची में शामिल किया गया।
• गुंटूर और आस-पास के इलाकों की जलवायु और तापमान के कारण ही सन्नम मिर्ची में खास तीखापन और स्वाद आता है।
• भारत में मिर्ची के प्रोडस्शन का 40 फीसदी कारोबार गुंटूर मिर्च से आता है।
• Scoville scale (तीखापन मापक) पर गुंटूर सन्नम मिर्च का स्केल – 25,000 से 35,000 के बीच है। मतलब स्वाद में तीखापन है।
• तीखापन होने के साथ-साथ गुंटूर सन्नम मिर्च खाने में एक खासे प्रकार का स्वाद भी लाती है।
सन्नम मिर्च के व्यंजन
सुखाकर इस्तेमाल करें
साबूत तड़के में
पेस्ट बनाकर इस्तेमाल करें
पाउडर बनाकर इस्तेमाल करें
सन्नम मिर्च के फायदे
खाने का स्वाद बढ़ाए
एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर
मेटाबॉलिज्म भी बढ़ाती है
पोटैशियम की अच्छी मात्रा