कश्मीरी मिर्च | Kashmiri Mirch
कश्मीरी मिर्च के विषय में –
कश्मीरी मिर्च न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इसीलिये यह सबसे ज़्यादा निर्यात की जाने वाली मिर्च की सबसे महँगी किस्म है। यह मिर्च के सभी क़िस्मों में सबसे कोमल है जिसका इस्तेमाल गाढ़े रंग और अनोखे स्वाद के लिए किया जाता है। यह उत्तर भारत में काफ़ी लोकप्रिय है। कश्मीरी पकवानों, ख़ासतौर पर कश्मीरी दम आलू, रोगन जोश और रिश्ता करी, में मिर्च का खास इस्तेमाल किया जाता है। कश्मीरी मिर्च का इस्तेमाल आमतौर पर खाने को लाल रंग देने के लिए करते है क्योंकि कश्मीरी मिर्च अधिक तीखी नहीं होती।
कहां-कहां उगती है कश्मीरी मिर्च :
जैसा की नाम से ही पता चल रहा है कि ये मिर्च कश्मीर से संबंध रखती है। कश्मीर में इस मिर्च की खेती बड़े स्तर पर की जाती है। कश्मीरी मिर्च सिर्फ कश्मीर में ही उगती है ऐसा मानना गलत होगा, कश्मीरी मिर्च की खती कश्मीर के अलावा हिमाचल प्रदेश और गोवा में भी की जाती है। कश्मीर, हिमाचल-प्रदेश और गोवा में ही असली कश्मीरी मिर्च उगती है बाकि जगहों में उगने वाली मिर्च को कश्मीरी मिर्च नहीं कहा जा सकता। आमतौर पर इसे साबूत नहीं बल्कि पाउडर में मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है जिसे स्थानीय रूप से कोशुर मार्चवागन के नाम से जाना जाता है।
दूसरी मिर्चों से कैसे अलग है कश्मीरी मिर्च :
उदाहरण के तौर पर देगी मिर्च और कश्मीरी मिर्च के बीच के अंतर को समझने की कोशिश करें तो देगी मिर्च में हल्का रेड पेपर मिर्च का स्वाद होता है। यह ज्यादा स्पाइसी किए बिना ग्रेवी, सट्यू और सूप को एक समृद्ध क्रिमसन रंग का उत्पादन करता है। दूसरी ओर, कश्मीरी लाल मिर्च को देगी मिर्च की तुलना में अधिक हॉट और स्पाइसी कहा जाता है। यह मिर्च, देगी मिर्च की तुलना में अधिक मसालेदार होती है, लेकिन अन्य मिर्च जैसे गंटूर और मंथानिया की तुलना में हल्की होती है।
कश्मीरी मिर्च की स्कोविल रेटिंग :
इस मिर्ची को साबुत, पाउडर के रूप में या छोटे टुकड़ों में काटकर इस्तेमाल किया जा सकता है। कश्मीरी मिर्च भोजन को एक समृद्ध लाल रंग प्रदान करती है और इसका उपयोग किसी भी व्यंजन को मसालेदार बनाने के लिए भी किया जा सकता है। 1,000 से 2,000 की स्कोविल रेटिंग के साथ इनका फ्लेवर हल्का होता है। भूनने पर इसकी महक बढ़ जाती है, इसलिए इसे आमतौर पर तंदूरी रेसिपी में इस्तेमाल किया जाता है। यह उन खाद्य पदार्थों में बहुत चमकीला रंग जोड़ता है जो रंग को अवशोषित करने में सक्षम होते हैं।
इस मिर्च में विटामिन ए और विटामिन सी, आयरन, पोटासियम और अन्य खनिज प्रचूर मात्रा में पाए जाते है और इसलिए इसे मसालों में ख़ास दर्जा हासिल है/ या इसे चमत्कारी मसाले का दर्जा हासिल है। वैसे मिर्च का लगातार सेवन धमनियों और हड्डियों की मजबूती में सहायक होता है।
कश्मीरी मिर्च का इस्तेमाल
कश्मीरी दम आलू
रोगन जोश
रिश्ता करी
तड़का लगाने में
कश्मीरी मिर्च के फायदे
विटामिन ए और विटामिन सी
धमनियाँ / हड्डियां मजबूत
आयरन, पोटासियम
सुचारू पाचन