घोलर मिर्च | GHOLAR MIRCHI
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घोलर मिर्च के विषय में –
घोलर मिर्च का व्यापक रूप से सूखे सूप के मिश्रण, स्टफिंग मिश्रण, फास्ट फूड, सॉस, भोजन की तैयारी और सब्जी मिश्रण, पकोड़ा, समोसा, रोल्स जैसे तले हुए स्नैक्स में उपयोग किया जाता है। कच्चा, तला हुआ, तड़के में भूना हुआ या करी में डाला जाने वाला, यह छोटा सा मसाला न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि कई विटामिनों से भी भरपूर होता है। यह तीखापन में मध्यम तीखा होता है।
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कहां उगती है घोलर मिर्च ?
लाल मिर्च का इस्तेमाल खाने के रूप में पूरे भारत में किया जाता है। लाल मिर्च का भारतीय खाने में अहम हिस्सा रहा है। कश्मीर से लेकर दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट से लेकर राजस्थान में लाल मिर्च की अनेक किस्में उगायी और खायी जाती हैं। लेकिन मार्किट में लाल मिर्चों के पाउडर में सिंथेटिक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। लाल मिर्चों की ओथेंटिसिटी पता करना आसान नहीं होता है। गुजरात के कई इलाकों में पाई जाने वाली देसी मिर्च को घोलर मिर्च बोला जाता है। सौराष्ट्र में सबसे अधिक घोलर मिर्च उगाई जाती है।
मिर्च क्यों खायी जाती है ?
सीमित मात्रा में लाल मिर्च खाने के सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं। मिर्च की तीखी प्रकृति के कारण यह लार निकलने में मदद करती है, साथ ही खाने को हजम करने में भी मददगार है। लाल मिर्च का सेवन औषधि के रुप में करने से आराम मिलता है, लेकिन इसका अधिक इस्तेमाल आपको कई तरह की परेशानियां भी दे सकता है।
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लाल मिर्च के कई नाम :
लाल मिर्च का वानास्पतिक नाम Capsicum annuum Linn (केप्सिकम एनुअम) है। लाल मिर्च Solanaceae (सोलैनेसी) कूल का है। लाल मिर्च को अंग्रेजी में Red chillies (रेड चिलीज) कहते हैं। लाल मिर्च भारत के विभिन्न प्रांतों में भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता है। जैसे-Hindi-लाल मिर्ची;
• Kannada-मेनासिन (Menasin), हंसिमेनसु (Hansimenasu)
• Gujrati-मरचा (Marcha)
• Tamil-सिलागे (Silage), मिलागई (Milagai), उसीमुलागे (Usimulagay)
• Telegu-मिर्चा काया (Mircha kaya), सुदमिराप काया (Sudmirapa kaya)
• Bengali-लंका मोरिच (Lanka morich), गाछमरिच (Gach marich)
लाल मिर्च का इस्तेमाल खाने के रूप में पूरे भारत में किया जाता है। लाल मिर्च का भारतीय खाने में अहम हिस्सा रहा है। कश्मीर से लेकर दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट से लेकर राजस्थान में लाल मिर्च की अनेक किस्में उगाईं और खायी जाती हैं। लेकिन मार्किट में लाल मिर्चों के पाउडर में सिंथेटिक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। लाल मिर्चों की ओथेंटिसिटी पता करना आसान नहीं होता है। ऐसे में हमेशा से सामग्रालय आपके किचन के लिए शुद्ध सामग्रियों की जानकारी देता है। आज पढ़ें गुजरात में उगने वाली देसी मिर्च के बारे में जिसे लोकल बोली में घोलर कहा जाता है।
Gaayam’s Gholar Red Chilli Review
खाने में एक चम्मच लाल मिर्च का यूज़ करने का मतलब है कैलोरी, प्रोटीन, कार्ब, शुगर, फाइबर, विटामिन बी6, विटामिन सी, विटामिन k 1, पोटेशियम, कॉपर और विटामिन A जैसे सभी पौषक तत्व थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पाया जाता है। इसीलिए लाल मिर्च का सेवन सोच समझ करना चाहिए की जो आप खा रहे हैं वो कितना शुद्ध है और कहां से बनकर आ रहा है। Gaayam’s ब्रांड Gholar Red Chill (घोलर देसी मिर्च) का बेहद ही शुद्ध पाउडर बनाते हैं जो पूरी तरह से ऑरगैनिक है।
• पैकेजिंग :
Gaayam गुजरात में स्थित ब्रांड है जो वहां की घोलर नाम की मिर्च के पाउडर को बनाते हैं। इनकी पैकेजिंग किसी पोलीथीन के पैकेट में ना आकर कांच के बेहद ही खूबसूरत जार में पैक की जाती है। Gaayam के बाकि प्रोडक्ट्स भी इसी तरह से पैक किए जाते हैं। कांच के जार के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कांच की क्वालिटी भी काफी अच्छी है। बोटल आप re-use भी कर सकते हैं।
• महक, रंग और स्वाद :
लाल मिर्च का अपना ही एक तीखा स्वाद होने के साथ-साथ एक तीखी सी महक भी होती है। रंग में देखने में ये मिर्च अत्यधिक लाल नहीं दिखती जो आमतौर पर बाजारों में उपलब्ध मिर्चों में दिखाई जाती है, बल्कि सामान्य लाल रंग की ही दिखाई देती है जो शुद्ध होने का एक मापक तो माना ही जा सकता है।
• स्टोन-ग्राउंडेड मिर्ची पाउडर :
Gaayam की सबसे खास बात ये है कि इसे बनाने के लिए मशीनों का नहीं बल्कि हाथ वाली चक्की का इस्तेमाल किया जाता है। स्टोन ग्राउंडेड के कारण किसी भी प्रोडक्ट के पौष्टिक तत्व बरकरार रहते हैं। इससे पता चलता है कि Gaayam अपने प्रोडक्ट की क्वालिटी पर ध्यान देता है।
• हेल्दी, ऑरगैनिक और शुद्धता पर फोकस :
Samagralay का हमेसा प्रयास यही रहता कि जितना हो सके लोकल प्रोडक्ट्स को हम वेबसाइट पर जगह दें। जो सामग्री जहां उगती है वहाँ पर ही उसका प्रोडक्ट तैयार होता है तो ऑथेंटिसिटी और फ्रेशनेस बरकरार रहती हैं और मिलावट होने का चांस भी कम होता है।
⦿ सामग्रालय का अनुभव :
सामग्रालय का रिव्यू हमेशा किसी भी प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने के बाद ही लिखा जाता है। इसीलिए अगर आप यहाँ तक पहुंच ही गए है तो एक बार नीचे दिए गए लिंक पर जाकर खुद को सेहतमंद बनाने की तरफ एक क्लिक बढ़ाएं।
घोलर मिर्च के उपयोग
- सब्जी, मसाले, स्वाद बढ़ाने के लिए
- सूप, स्टफिंग, सॉस, अचार सब्जी मिश्रण
- समोसा, रोल्स
- तले हुए स्नैक्स
घोलर मिर्च के फायदे
- वजन कम करने के लिए
- पाचन संबंधी विकार के लिए
- रक्तचाप को कम करने के लिए
- सोरायसिस में सुधार