सुपारी | SUPARI | betel nut
सुपारी के विषय में –
सुपारी को betel nut के नाम से भी जानते हैं। इसके ताड़ के बीज की लोकप्रियता पूरे भारत में काफी है। इसको कुछ संस्कृत रीति -रिवाज़ों में भी इस्तेमाल किया जाता है। जैसे पूजा -पाठ वगैरह में। वैसे तो इसकी फसल पूरे भारत में होती है लेकिन दक्षिण भारत में सबसे ज़्यादा फसल देखी जाती है। ये भले ही स्वास्थ में थोड़ा हानिकारक हो लेकिन इसके बावजूद इसे पान में सबसे ज़्यादा उपयोग किया जाता है। इसके महत्व का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं की कुछ शहरों का नाम भी इसके नाम पर रखा गया है। जैसे गुवाहाटी। जी हाँ ! सुपारी को संस्कृत में ” गुवाका ” कहते हैं।
सुपारी एक जड़ी-बुटी है। सुपारी का वृक्ष, ताड़ एवं नारियल के समान ऊंचा होता है। इसका तना सीधा, चिकना, छल्लेदार होता है। इसके पत्ते बड़े, नारियल के पत्तों के समान लम्बे होते हैं। इसके फल चिकने, नारंगी रंग के होते हैं। पक जाने पर फल, गहरे नारंगी रंग का और अण्डाकार होता है। इसी फल के अन्दर सुपारी होती है।
सुपारी का वानस्पतिक नाम ऐरेका केटेचू है। हिंदी में इसे सुपारी, सोपारी, सुपाड़ी, कसेली भी कहा जाता है। सुपारी की खेती समुद्र के तटवर्ती क्षेत्रों में की जाती है। पूरे भारत के समुद्र-तटवर्ती क्षेत्रों में बहुलता से सुपारी के वृक्ष (arecanut tree) पाए जातो हैं।
सुपारी के सेवन को स्वास्थ लाभ के अधिक उपयोग किया जाता है। सुपारी को मुंह के छाले होने पर, पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए, आंतों के रोग के लिए, दांतों के दर्द के लिए और दस्त रोकने में सुपारी का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। त्वचा रोग को ठीक करने के लिए सुपारी के फल को पीसकर लेप करें। इससे त्वचा के घाव, और त्वचा के अन्य विकार ठीक होते हैं।
सुपारी को कई तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है जैसे- सुपारी के फूल, चूर्ण, सुपारी के फल या इसके पत्तों को इस्तेमाल। इसके अलावा पान खाने में या पूजा-पाठ के लिए सुपारी को प्रयोग में लाते हैं। सुपारी खाने से कई तरह के स्वास्थ्य संकट भी पैदा हो सकते हैं। कई अध्ययनों में कहा गया है कि सुपारी का सेवन करने से कैंसर होने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए।
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सुपारी का उपयोग
सुपारी के चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ
चाय या दूध में डालकर
पेस्ट बनाकर त्वचा पर लेप लगाना
काढ़ा बनाकर
सुपारी के फायदे
पेट के कीड़ों को खत्म करने के लिए
दस्त रोकने में सुपारी फायदेमंद
मुंह के छाले होने पर
आंतों के रोग के लिए