Chethi Turmeric | चेथी हल्दी | कस्तूरी मंजल
चेथी हल्दी के विषय में –
चेथी हल्दी, जिसे “कस्तूरी मंजल/ Kasturi Manjal” के नाम से भी जाना जाता है, भारत के केरल में उगाई जाने वाली एक स्थानीय किस्म है। यह अपने हल्के पीले रंग और अनोखी सुगंध से पहचाना जाता है। चेथी हल्दी का उपयोग पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसके उपचार गुणों के लिए किया जाता है और माना जाता है कि इसमें एंटीसेप्टिक और सूजन-रोधी प्रभाव होते हैं। खाना पकाने में इसका उपयोग विभिन्न व्यंजनों में स्वाद और रंग जोड़ने के लिए किया जाता है। इस किस्म को इसकी शुद्धता के लिए पसंद किया जाता है और इसे अक्सर भारतीय संस्कृति में शुभता का प्रतीक माना जाता है।
कस्तूरी हल्दी/ Kasturi Manjal और हल्दी में क्या अंतर है?
अन्य प्रकार की हल्दी से कस्तूरी मंजल के बीच मुख्य अंतर यह है कि यह नियमित हल्दी की तरह त्वचा पर दाग नहीं डालता है, और सामान्य हल्दी की तुलना में बहुत सुगंधित भी होती है। कस्तूरी मंजल हाइपरपिगमेंटेशन और त्वचा के टैन को दूर करने का एक अचूक उपाय है। कस्तूरी मंजल के पेस्ट में गुलाब जल मिलाकर खुली त्वचा पर लगाएं, इसे 20 मिनट तक लगा रहने दें और अच्छी तरह धो लें। त्वचा का रंग और टोन तुरंत निखारने के लिए इसे रोजाना दोहराएं।
कई अध्ययनों से पता चला है कि कस्तूरी मंजल में निम्नलिखित गुण हो सकते हैं:
‣ यह सूजन को कम कर सकता है।
‣ यह कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं को मार सकता है।
‣ यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकता है।
‣ यह रोगाणुरोधी के रूप में कार्य कर सकता है।
‣ यह फंगस के विकास को रोक सकता है।
‣ यह रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकता है।
‣ यह मच्छर प्रतिरोधी के रूप में कार्य कर सकता है।
‣ यह शरीर से कीड़े निकाल सकता है।
‣ यह एक एंटीऑक्सीडेंट हो सकता है।
‣ यह हृदय रोग के खतरे को कम कर सकता है।
चेथी हल्दी का उपयोग
हल्दी और दूध मिलाकर पीएं
तव्चा निखार के लिए लेप लगाएं
भोजन में मिलाएं
करी, सब्जी आदि में मिलाएं
चेथी हल्दी के फायदे
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण
सूजन को कम करने में मदद
दर्द को कम करने में भी मदद
सर्दी में खांसी-कफ में राहत दिलाए