इसबगोल | Psyllium
इसबगोल के विषय में –
इसबगोल एक औषधीय जड़ी बूटी है और भारत के प्रमुख व्यावसायिक फसलों में से एक है। इसमें प्रचूर मात्रा में उच्च फाइबर होता है जो आंतों को साफ करने में मदद करता है और आंतों की समस्याओं के लिए एक पारंपरिक दवा के रूप में कार्य करता है। उच्च फाइबर आहार के लाभों के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ, इसबगोल की फार्मा और खाद्य संसाधन उद्योगों में इसबगोल की मांग काफ़ी ज़्यादा है ।
इसबगोल क्या है –
देशभर में बनने वाले लगभग सारे लेक्सेटिव और आंत सम्बन्धी गड़बड़ी को ठीक करने वाले चूरन /पाउडर का उत्पादन करने वाले देश में लगभग हर जाने -माने ब्रांड में इसबगोल एक प्रमुख घटक के रूप में इस्तेमाल होता है। इसबगोल इसके पौधे का एक बीज होता है जिसे प्लांटागो ओवाटा के नाम से जाना है। इसका पौधा गेंहू के पौधे जैसा ही होता है।
इसबगोल क्योंकि पाचन तंत्र को ठीक करने के काम आता है इसको खाने के तरीके का खासा ख्याल रखना होता है। इसबगोल की भूसी को पानी या दूध में एक या दो चम्मच मिलाकर खाया जाता है। कब्ज, गैस और एसिडिटी की परेशानी में इसका सेवन करना होता है।
पौधे के बीजों को बाहरी कोटिंग (अंग्रेजी में साइलियम हस्क के रूप में जाना जाता है) को हटाने के लिए संसाधित किया जाता है जो दवाओं में मुख्य घटक है। इसबगोल की भूसी का उपयोग विभिन्न प्रकार के कन्फेक्शनरी, जैसे बिस्कुट, आइसक्रीम में भी किया जाता है। ईरान और स्पेन जैसे देशों में पौधे के बीज घरेलू उपचार के रूप में उपयोग किए जाते हैं।
खाद्य उत्पादन –
इसबगोल को सेवन –
त्रिफला और इसबगोल मिलाकर सेवन
गर्म पानी में एक से दो चम्मच
रात में खाना खाने से पहले खाएं
दही चीनी के साथ सेवन
इसबगोल के फायदे –
दस्त, गैस की समस्या दूर करना
आंतों को साफ करना
ब्लड शुगर कम करे
ओवरइटिंग रोकने में मददगार