गोंद कतीरा | Gond Katira
गोंद कतीरा के विषय में –
गोंद असल में कई प्रकार के पेड़ों से निकाला जाता है। आज जानकारी गोंद कतीरा (Gond Katira) की। वैसे तो ज्यादातर गोंद का इस्तेमाल सर्दियों में किया जाता है और वो गोंद होता है बबूल के पेड़ से निकला गोंद।
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कैसे बनता है गोंद कतीरा ?
गोंद कतीरा…कतीरा के पेड़ से निकाला जाता है। कतीरा का पेड़ गर्म जलवायु वाले इलाके में उगाए या पाए जाते हैं। जितनी अधिक गर्मी वाली भूमि होगी उधर गोंद के पेड़ ज्यादा उग पाते हैं जैसे बबूल या कीकर। गोंद बनाने के लिए पेड़ की छाल में सुराख किया जाता है और मार्च महिने के आस-पास किया जाता है। जैसे-जैसे गर्मी का मौसम बढ़ता है वैसे-वैसे गोंद सुराख से रिसकर बाहर आने लगता है। उस गोंद को फिर इकट्ठा करके इस्तेमाल में लाया जाता है।
किस मौसम में खाएं गोंद कतीरा ?
कतीरा के पेड़ से निकलने वाला गोंद गर्मी के मौसम (Body Hea) में खाया जाता है। इसे बबूल गोंद की तरह सर्दियों में इस्तेमाल नहीं करते क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। गर्मी में इस गोंद को शरबत, ठंडाई, स्मूदी आदि में मिलाकर पिया जाता है। खास बात गोंद कतीरा की ये है कि पानी के साथ घुलने पर ये एक प्रकार की जैली में बदल जाता है जिसे कई प्रकार के खाने में इस्तेमाल आसानी से किया जा सकता है।
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हीट स्ट्रोक से बचाता गोंद कतीरा
पोषण मूल्य की बात करें, तो यह कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉलिक एसिड और प्रोटीन से भरपूर है। इसके अलावा यह गर्मियों में हीट स्ट्रोक, सनस्ट्रोक को रोकने के लिए शरीर की गर्मी को भी कम करता है। यह न केवल शरीर के खून को गाढ़ा करता है, बल्कि सांस की समस्या के साथ हृदय रोगों को दूर करने में भी बहुत फायदेमंद है। आमतौर पर गर्मी के मौसम में गोंद कतीरे का इस्तेमाल मिल्क शेक या नींबू पानी में मिलाकर किया जाता है। इसमें कोई स्वाद नहीं होता, लेकिन स्वास्थ्य को सही बनाए रखने के लिए इसका सेवन जरूर करना चाहिए। टेस्टलेस होने की वजह से आप इसे किसी भी चीज के साथ मिलाकर ले सकते हैं।
गोंद कतीरा के व्यंजन
शरबत
जूस
स्मूदी
नींबू पानी
दही के साथ सेवन
गोंद कतीरा के फायदे
गर्मी से बचाए
मुंह के छालों से राहत दिलाए
खून को गाढ़ा करना
हृदय रोगों को दूर करना
सांस की समस्या दूर करने में मदद