अरकू कॉफी | Araku Coffee
अरकू कॉफी के विषय में –
कहां उगती है कॉफी :
विशाखापट्टनम के करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर बसी है अरकू घाटी जो अलूरी क्षेत्र में पड़ती है। यह दक्षिण भारत के राज्य आंध्र-प्रदेश का एक पहाड़ी जिला है। अलूरी जिले में ही एक घाटी का नाम है अरकू घाटी। अरकू घाटी विजाग शहर से 114 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और उड़ीसा की सीमा के बहुत करीब है।
अरकू घाटी इसके अलावा यहाँ उगने वाली कॉफी के लिए जानी जाती है। जिसे दुनिया की सबसे सुगंधित कॉफी में गिना जाता है। एक खूबसूरत हिल स्टेशन होने के अलावा अराकू घाटी अपने समृद्ध कॉफी बागानों के लिए भी प्रसिद्ध है। आंध्र प्रदेश में अरकू घाटी सभी कॉफी प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। कॉफी बागानों के विशाल विस्तार के साथ, अराकू घाटी अपने प्राचीन और अछूते रूप में बनी हुई है। ताजे कॉफी बीन्स की सुगंध अराकू की पूरी हवा में है।\
अरकू में उगने वाली इस कॉफी की बिक्री वैश्विक स्तर पर की जाती है। अरकू जनजातिय क्षेत्र के हजारों आदिवासी लोग है इस कॉफी की खेती करते हैं इसे उगाते हैं। अरकू कॉफी विदेशों में भी अपने अरकू नाम से ही जानी जाती है। अरकू नाम से विदेशों में बड़े-बड़े स्टोर अरकू कॉफी का बेचते हैं। अपनी सुगंध के लिए भारत सरकार की तरफ से जीआई टैग भी मिल चुका है। जानते हैं आगे अलूरी जिले के मौसम, मिट्टी, खेती और फसलों के बारे में।
अरकू कॉफी को मिला ‘जीआई टैग’ –
• साल 2019 में अरकू कॉफी को जीआई टैग मिला।
• अरकू कॉफी अपनी सुगंध के लिए जानी जाती है।
• अरकू कॉफी शुद्ध अरेबिका कॉफी है।
• अरकू का मीठापन एसिडिटी नहीं करता।
• अराकू के आदिवासियों को आर्थिक रूप से सक्षम करना इसका लक्ष्य।
• अराकू के करीब दस हजार आदिवासी किसानों के द्वारा उगाई जाती है।