चिकौरी | Chicory
चिकौरी के विषय में –
चिकौरी एक बारहमासी खिलने वाला पौधा है जिसे हिंदी में कासनी के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद में कासनी या चिकौरी को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। चिकौरी के पत्ते काहू के पत्तों की तरह दिखते हैं जिनमें चमकीले नीले रंग के फूल खिलते हैं। चिकौरी या कासनी दो प्रजातियों की होती है, जंगली और खेती करने वाली। जंगली चिकौरी में स्वाद में कड़वी होती है जबकि खेती करने वाली चिकौरी की पत्तियों को अधिक शीतल और तर माना गया है।
जंगली प्रजाति की चिकोरी सामान्य रूप से उगाई जाती है। जिसका इस्तेमाल पशुओं के चारे के रूप में किया जाता है. इसकी पत्तियों का स्वाद हल्का कडवा होता है। इसका पौधा एक बार लगाने के बाद कई कटाई देता हैं। इसके कंद सामान्य तौर पर कम मोटे पाए जाते हैं। व्यापारिक प्रजाति की किस्मों को फसल के रूप में उगाते हैं। इसका पौधा रोपाई के लगभग 140 दिन के आसपास खुदाई के लिए तैयार हो जाता है। इस प्रजाति की जड़ों का स्वाद हल्का मीठा पाया जाता है।
चिकौरी एक भूमध्य क्षेत्र की जड़ी बूटी है। इस पौधे की जड़ को कॉफ़ी के विकल्प के रूप में प्रयोग किया जाता है इसी कराण से इसकी खेती की जाती है। लेकिन इसमें कैफीन नहीं होता है और इसका स्वाद चॉकलेट की तरह होता है। यदि इसे कॉफी के साथ प्रयोग किया जाए तो यह कैफीन के प्रभावों को रोकता है। बाजारों में इनेक बैंड चिकौरी के नाम से कॉफी बेचते भी हैं।
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कॉफ़ी में इसकी जड़ों को भुनकर मिलाया जाता है जिससे काफी का स्वाद बदल जाता है। इसकी जड़ मूली के जैसा दिखाई देती है। कासनी के पौधे पर नीले रंग के फूल दिखाई देते हैं जिनसे इसका बीज तैयार होता है। इसके बीज छोटे, हल्के और और भूरे सफेद दिखाई देते हैं। इसके पौधे अधिक तेज गर्मी में विकास नही कर पाते। जबकि सर्दी का मौसम इसके पौधों के विकास के लिए काफी उपयुक्त होता है।
इसका पौधा सर्दियों में पड़ने वाले पाले को भी सहन कर सकता है। भारत में इसकी खेती ज्यादातर उत्तर भारत के राज्यों में ही की जाती है। इसकी खेती के लिए सामान्य बारिश की जरूरत होती है। भारत में चिकौरी उत्तर-पश्चिम में 6000 फीट की ऊंचाई और उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, कश्मीर में पाया जाता है। मुख्य रूप से कासनी की जड़ को औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है।
चिकौरी का सेवन भूख की कमी, पेट में परेशानी, कब्ज, दिल की तेज धड़कन और कई अन्य स्थिति के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
चिकौरी का सेवन
कॉफी बनाने में इस्तेमाल
पत्तों का रस
जड़ का चूर्ण
बीजों का चूर्ण
दवा के रूप में
चिकौरी के उपयोग
पाचन को बढ़ाना
खून साफ करना
एंग्जायटी दूर रखना
ब्लड सुगर कंट्रोल रखना
लेप से जोड़ों का दर्द दूर