काफिर नींबू | Kaffir Lime
काफिर नींबू के विषय में –
काफिर लाइम, मकरूट के नाम से भी प्रसिद्ध है। इसका ताल्लुक citron परिवार से है। Etymologist अभी भी इसके नाम के पीछे के रहस्य को ढूंढ नहीं पाए हैं, लेकिन ऐसा माना गया है कि ‘काफ़िर’ शब्द से ही इसका नाम लिया गया है। काफिर शब्द को नकारात्मक माना गया तो तो कुछ लेखकों ने काफिर शब्द की जगह ‘मकरूट’ लिखना शुरू किया जबकि दक्षिण अफ्रीका में इसे ‘थाई लाइम’ कहा जाने लगा।
क्यों मशहूर है काफिर नींबू ?
पूरे दक्षिण- पूर्वी एशिया के रसोई घरों में इसके झाड़ के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है और सब्ज़ी में इसके प्रयोग से स्वाद में ‘खट्टापन्न’ आता है जो पकवान को लज़ीज़ और ख़ुशुबुदार बनाता है। कंटीली झाड़ी के कई नाम हैं, जिनमें से एक है ‘लीच लाइम’| मध्यकाल में, श्रीलंका में बागान श्रमिकों ने खेतों में काम करते समय जोंक को दूर रखने के लिए पत्तियों का इस्तेमाल किया, जिससे इसका नाम ‘लीच लाइम’ पड़ा। इसके फल के छिलके से इत्र बनता है और इसके तेल का उपयोग औषधि सम्बन्धी प्रयोगों में किया जाता है।लंबे समय तक हर्बल दवाओं में इस्तेमाल किया जाने वाला काफिर लाइम एक उष्णकटिबंधीय फल है, जिसमें खट्टा स्वाद होता है। यह सिट्रोनेलोल, नेरोल, अल्कलॉइड और लिमोनेन जैसे आवश्यक यौगिकों से भरपूर है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं ।
सामान्य नींबू से अलग है बनावट :
मॉरीशस और मेडागास्कर जैसी जगहों पर इसका इस्तेमाल रम में फ्लेवरिंग एजेंट के तौर पर किया जाता है। काफिर चूना अपनी ऊबड़- खाबड़ और अनियमित बनावट से तुरंत पहचाना जा सकता है। लगभग सारे खट्टे फलों की तरह इसे भी अचार या चीनी की चाशनी में रखकर प्रीजर्व किया जाता है। काफिर चूना पाचन में मदद करता है, आंत के स्वास्थ्य में सुधार करता है और स्वस्थ त्वचा के लिए अच्छा है क्योंकि यह उम्र बढ़ने को धीमा करता है। एरोमाथेरेपी में काफिर ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। स्ट्रेस या फिर एंग्जाइटी दूर करने के लिए काफिर के ऑयल का उपयोग किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि तेल के वाष्प को सांस लेने से शरीर और मन रिलैक्स रहता है।
सेहत के लिए चमत्कार है काफिर नींबू :
प्राचीन काल में जब टूथपेस्ट का आविष्कार नहीं हुआ था तब दक्षिण पूर्व एशिया के लोग काफिर लाइम ही चबाते थे। यह मुंह के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है और मुंह में बनने वाले हानिकारक बैक्टीरिया को कम करके सांसों की दुर्गन्ध को खत्म करने में मदद कर सकता है। एक शोध के अनुसार, काफिर लाइम और अमरूद का मिश्रण लहसुन के सेवन से उठने वाली तेज गंध को भी दबा सकता है।काफिर लाइम में मौजूद एसिड और एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक मुक्त कणों को बेअसर करने में मदद कर सकते हैं और चेहरे के दाग, निशान और मुंहासों को कम कर सकते हैं। काफिर लाइम के पत्तों में पाए जाने वाले तेल प्रोपियोनीबैक्टीरियम मुंहासो को खत्म करने में मदद करते हैं। ये लिमोनेन और सिट्रोनेलल जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होते हैं, जो उम्र बढ़ने के प्रभावों को खत्म करते हुए त्वचा को चमक प्रदान करते हैं।
काफिर नींबू के व्यंजन
भोजन में पत्तों का इस्तेमाल
थाई सूप, थाई करी में मिलाएं
दही, रायता में पत्तों को मिलाएं
सूप, करी पेस्ट, फ्राइज़ के रूप में
लाओ और कम्बोडियन भोजन में इस्तेमाल
काफिर नींबू के फायदे
ओरल हेल्थ के लिए अच्छा
चिंता और तनाव कम करे
ब्लड को डिटॉक्स करना
बालों में रूसी औरर हेयर फॉल खत्म करे
सिट्रोनेलल जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर