राजामुड़ी चावल | RAJAMUDI RICE
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राजामुड़ी चावल के विषय में –
भारत में 6 हजार से भी ज्यादा चावल की किस्में उगाई जाती हैं. जिसमें सफेद चावल हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। सफेद चावल कच्चे चावल का अत्यधिक शुद्ध रूप है। दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने के बावजूद सफेद चावल सेहत के लिए ठीक क्यों नहीं माने जाते? चोकर और अंकुरित सामग्री को अगर डेली डाइट में लिया जाए, तो वह काफी फायदेमंद होती है। इनमें फाइबर के साथ-साथ पोषक तत्व भी होते हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। आज जानेंगें चावल की एक किस्म ‘राजामुड़ी चावल’ के बारे में।
राजामुड़ी चावल का इतिहास
राजामुडी’, लाल चावल की एक किस्म है जो पहले विशेष रूप से कर्नाटक में मैसूर के वाडियार या महाराजाओं के लिए उगाई जाती थी। यह सफेद चावल का एक बहुत ही स्वस्थ विकल्प है और इसका स्वाद थोड़ा अधिक सूक्ष्म होता है। बहुत लोकप्रिय है क्योंकि यह आहार फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और आयरन का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग मैसूर के राजा को कर नहीं दे सकते थे, उन्हें इसके बदले पौष्टिक राजामुदी चावल देने को कहा गया।
बिना पॉलिश वाला राजामुड़ी चावल
राजामुदी चावल बिना पॉलिश किया हुआ होता है और लाल और भूरे रंग के मिश्रण में आता है। एक समय पर, यह चावल बहुत लोकप्रिय था और बाद में सफेद चावल के लोकप्रिय हो जाने के कारण इसे भुला दिया गया। जैविक और स्वस्थ चावल के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ, पारंपरिक राजमुड़ी चावल को भी प्रमुखता मिली। राजामुदी चावल रोजाना खाने के लिए अच्छा होता है।
राजामुड़ी चावल के हेल्थ बैनेफिटस
पॉलिश किए हुए चावल की तुलना में इसमें अच्छा फाइबर होता है। यह एंटीऑक्सीडेंट और फाइटो न्यूट्रिएंट्स से भी भरपूर होता है। एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को संक्रमण और फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। साथ ही राजामुदी चावल हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है। इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी होता है।
इसे डोसा या इडली जैसे व्यंजनों में नियमित सफेद चावल से आसानी से बदला जा सकता है और इसके चावल के आटे का उपयोग रोटियां बनाने के लिए किया जा सकता है। पुलाव, भात, फ्राइड राइस भी राजामुदी चावल से बनाये जाने पर बहुत स्वादिष्ट लगते हैं। इसे बनाने से पहले ख्याल रखें की राजामुड़ी चावल को अच्छी तरह से धो लें, उसमें 1 कप चावल : 2.5 कप पानी डालें और प्रेशर कुकर में 4 सीटी आने तक चावल पक कर तैयार हो जाता है।
Samagralay Review : Organic Mandya का Rajmudi Rice
राजमुडी चावल सीधे छोटे पैमाने के किसानों से प्राप्त किया जाता है। यह पचाने में बहुत आसान है, वजन घटाने को बढ़ावा देता है। यह मोटापे के खतरे को कम करता है और हृदय रोग को दूर रखने में मदद करता है। यह मधुमेह को भी नियंत्रित करता है और उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। पढ़िए सामग्रालय का रिव्यू Organic Mandya के लाल चावल या राजमुड़ी चावल के बारे में…
⦿ पैकेजिंग :
पैकिंग सुंदर और साफ है। ब्रांड के नाम के साथ – साथ प्रोडक्ट की डीटेलिंग भी अच्छे से की गई है। पैकेट एकदम मजबूत है साथ ही पैकेट में transparent gap दिया गाया है जिससे चानल को पैकेट को खोले बिना देख सकते हैं कि चावल अभी फ्रैश है या किसी तरह से खराब तो नहीं है। हमारे हिसाब से जरूरी प्वाइंट है किसी भी प्रोडक्ट की पैकेजिंग में।
⦿ क्यों पड़ा राजमुड़ी नाम :
राजामुडी, लाल चावल की एक किस्म है जो पहले विशेष रूप से “वाडियार” – मैसूर के महाराजाओं के लिए उगाई जाती थी। यह आहारीय फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और आयरन का एक समृद्ध स्रोत है। यह बिना पॉलिश किया हुआ है, और स्वाभाविक रूप से एक सुंदर लाल और भूरे रंग के पैटर्न में आता है। इसीलिए इस चावल की किस्म का नाम राजमुड़ी पड़ा।
⦿ कैसे करें इस्तेमाल Rajmudi Rice :
राजमुड़ी कच्चे चावल को पकाने से पहले 2-3 घंटे के लिए भिगो दें। इसे 1:4 के अनुपात में पकाएं (1 कप चावल के लिए 4 कप पानी डालें)। कृपया अपनी पसंद के अनुसार पानी का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से चानल आसानी से पक जाता है और खाने में स्वाद भी बढ़ता है।
⦿ हेल्दी चावल है Rajmudi Rice :
- Non- Polished Rice
- Non factory made
- Lowers cholesterol
- Controls sugar levels
- Aids in digestion
⦿ सामग्रालय का अनुभव :
हमारे देश की विरासत में मिलने वाले चावलों की कई किस्में हमारे खान पान से दूर हो चुकीं हैं। Organic Mandya के प्रयास से Rajmudi Rice की इस किस्म को ना सिर्फ बचाया गया है बल्कि हमारे और आप सब के लिए पौष्टिक, स्वादिष्ट और विरासती किस्म के चावल को उगाया जा रहा है और सब के घरों तक पहुंचाया भी जा रहा है। सामग्रालय का अनुभव काफी अच्छा रहा। अब समय है आपके अनुभव में Organic Mandya के प्रयास को शामिल करने का। नीचे दिए गए नंबर पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
राजामुड़ी चावल के व्ंयजन
- राजामुड़ी चावल का आटा
- राजामुड़ी आटे की रोटियां
- राजामुड़ी इडली, पुलााव
- फ्राइड राइस, बिरयानी
राजामुड़ी चावल के फायदे
- एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
- फाइटो न्यूट्रिएंट्स की पूर्ति
- संक्रमण और फ्री रेडिकल्स से बचाव
- हड्डियां मजबूत होती हैं