वनीला

वनीला

वनिला का नाम सुनते ही सबसे पहले दिमाग में जो ख्याल आता है वो होता है वनिला आइसक्रीम का। क्या आपको पता है वनिला एक मसाला है? जी हाँ वनिला एक बेहद किमती मसाले का पौधा है। लेकिन वनिला क्या है, पौधा कैसा है, कहां उगता है, हमारे खाने और आइसक्रीम के वनिला का फ्लेवर कैसे पहुंचता है इसकी जानकारी होना भी बेहद जरूरी है। आज सामग्रालय में बात हमारे आपके सबके फैवरिट वनिला के बारे में।

बड़ी इलायची

बड़ी इलायची

इलायची के बिना मसालों का डिब्बा अधूरा है। मिठाई, चाय या फिर पुलाव या बिरयानी बिना इलायची के स्वाद के सब फीका लगता है क्योंकि इलायची का स्वाद है ही इतना बेमिसाल। इसी श्रेणी में आती है बड़ी इलायची जिसे काली इलायची भी कहा जाता है

जखिया / पहाड़ी सरसों

जखिया / पहाड़ी सरसों

उत्तराखंड के पहाड़ों में घूमने जाते समय एक किस्सा बड़ा सुना जाता है कि उत्तराखंड से दिल्ली की तरफ जाने वाली बसों के यात्रियों के बैग की चैकिंग हो जाए तो ज्यादातर के झोलों में जखिया (पहाड़ी सरसों) की पोटली जरूर मिल जाएगी। ये बात भले ही मज़ाक में कही गई हो लेकिन पहाड़ियों के लिए जखिया के प्यार को आप नकार नहीं पाएंगें। जखिया एक पहाड़ी पौधा है जिसकी खेती कम ही की जाती है लेकिन मिलती घर घर के व्यंजनों में इसकी उपस्थिति जरूर मिलती हैं। इसका कारण है कि ये एक जंगली या खरपतवार वाला पौधा है जो खाली जगहों, नदी के किनारों, खेतों की मेड़ पर बरसात के दिनों में खुद से ही उग आते हैं।

सुपारी

सुपारी

सुपारी को betel nut के नाम से भी जानते हैं। इसके ताड़ के बीज की लोकप्रियता पूरे भारत में काफी है। इसको कुछ संस्कृत रीति -रिवाज़ों में भी इस्तेमाल किया जाता है। जैसे पूजा -पाठ वगैरह में। वैसे तो इसकी फसल पूरे भारत में होती है लेकिन दक्षिण भारत में सबसे ज़्यादा फसल देखी जाती है। ये भले ही स्वास्थ में थोड़ा हानिकारक हो लेकिन इसके बावजूद इसे पान में सबसे ज़्यादा उपयोग किया जाता है। इसके महत्व का अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं की कुछ शहरों का नाम भी इसके नाम पर रखा गया है। जैसे गुवाहाटी। जी हाँ ! सुपारी को संस्कृत में ” गुवाका ” कहते हैं।दक्षिणी पट्टी के कई घरों में, इन्हें घर के बगीचे में उगाया जाता है।

जायफल

जायफल

जायफल बीज की एक गिरि है जो काफी लोकप्रिय है। गुर्दे की पथरी घोलने में भी इसे काफी मददगार ममाना जाता है।
कई मांसाहार व्यंजनों ममें इसका इस्तेमाल मसाले के तौर पर किया जाता है तो वहीँ कुछ बेकरी आइटम जैसे की केक और पुडिंग में भी इसका भरपूर उपयोग होता है।

रधुनी

रधुनी

आज हम बात करेंगे रधुनी के बीज की, जिसे कुछ लोग अजमोडा के नाम से भी जानते हैं। इसकी विशेष सुगंध के कारण, जिस भी खाने में इसका तड़का लगाया जाता है, वो खाना बहुत ही स्वादिष्ट बनता है। अक्सर लोग अजवाइन और रधुनि में भ्रमित हो जाते हैं। लेकिन  भले ही ये दिखने और स्वास्थ लाभों में समान हों पर स्वाद के मायनों में ये एक दूसरे से काफी अलग हैं।

शाहजीरा

शाहजीरा

शाही अर्थात राजसी। आम जीरे के  मुकाबले   ये  स्वाद में हल्का मीठा और   दिखने में भी काफी कोमल होता है।  । जहाँ एक तरफ शाही जीरे को  तड़के के लिए इस्तेमाल किया जाता है  तो वहीँ दूसरी तरफ इसको मुगलई और कश्मीरी व्यंजनों में मिलने वाले स्वादिष्ट पुलावों, बिरयानी और कोरमा में भी मिलाया जाता है।