अप्पेमिडी आम

अप्पेमिडी आम

अप्पेमीडी आम, कर्नाटक में उगाया जाता है। कर्नाटक का अप्पेमिडी आम यहां की तमाम प्रचलित चीजों में से एक है। अप्पेमिडी आम में कम रेशे होते हैं। आम की ये वेराइटी नाजुक होती है और स्वाद में ये आम खट्टा होता है। अप्पेमिडी मूल रूप से पश्चिमी घाट के जंगलों में पैदा होते हैं। अप्पेमिडी आम कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ और शिमोगी जिले के सागर, रिप्पोनपेट और होसानगर तालुका में विशेष रूप से उगाए जाते हैं।

पोमेलो

पोमेलो

पोमेलो, एक निम्बू-वंश का फल है, जो उस वंश की सबसे बड़ी जातियों में से एक है। हालांकि कई नींबू वंश के फल हाईब्रिड होते है लेकिन देवनहल्ली पोमेलो एक शुद्ध प्राकृतिक जाति है। इसके कच्चे फल का रंग हरा होता है और पक जाने पर ये फल बाहर से हल्का हरा या पीला रंग ले लेता है। हालांकि अंदर से ये गुलाबी रंग को होता है। स्वाद में ये फल खट्टा होने के साथ-साथ हल्का मीठापन भी लिए रहता है।

लाल केला

लाल केला

लाल केला के विषय में –
दशकों पहले के समय में ही कर्नाटक में उगने वाले मसाले भारत के बाहर यूरोप तक के रसोईघरों में काफी प्रचलित रहे हैं। कर्नाटक में काली मिर्च, इलाइची, दालचीनी, लौंग आदि मसाले ज्यादातर उगाए जाते हैं। फलों की बात करें तो कालाबुरागी में आम, केला, नींबू, अंगूर जैसे फल भी बहुतायत उगाए जाते हैं। केलों की किस्मों में कालाबुरागी का लाल केला जो कालाबुरागी के कमलापुर गांव की घाटी में उगाया जाता है काफी प्रसिद्द है।

तूर दाल

दशकों पहले के समय में ही कर्नाटक में उगने वाले मसाले भारत के बाहर यूरोप तक के रसोईघरों में काफी प्रचलित रहे हैं। उस वक्त कर्नाटक में उगने वाले मसालों को दूसरे राज्यों जैसे केरल और मुम्बई से समुद्री रास्तों के जरिए यूरोप में निर्यात किया जाता था। कर्नाटक में काली मिर्च, इलाइची, दालचीनी, लौंग आदि मसाले ज्यादातर उगाए जाते हैं। आज भी कर्नाटक भारत में सबसे अधिक काली मिर्च उगाने वाला राज्य है। कालाबुरागी एक जिला है जो कर्नाटक राज्य के ही उत्तर में स्थित है।

जामफल

जामफल

ताइवान पिंक अमरूद / जामफल अमरूद की मुख्य विशेषताएं ये हैं कि ये लंबे समय तक खराब हुए बिना रह सकता है और इसको हम 8 से 10 दिन तक रोक सकते हैं जिससे कि व्यापारी इसको एक लंबे समय तक बेच सके और वह अपना मुनाफा कमा पाए जिससे इसके भाव भी ज्यादा मिलते हैं। यह पिंक कलर का होने के कारण दिखने में सुंदर होता है और ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है और स्वाद में भी एक अलग ही मिठास होती है जो आपको इसका स्वाद कभी नहीं भूलने देती जिससे ग्राहक इसकी अधिक से अधिक मांग करते हैं।

कुट्टू | बकव्हीट

कुट्टू | बकव्हीट

कुट्टू या कहें बकव्हीट, अनाज नहीं बल्कि एक फल का पौधा होता है। इस पौधे से निकलने वाले छोटे-छोटे फल तिकोने आकार के होते हैं। इन फलों की पीसकर बनाए जाने वाले आटे को ‘कुट्टू का आटा’ कहते हैं। इस बकव्हीट का लैटिन नाम फैगोपाइरम एस्कलूलेंट है, यह पोलीगोनेसिएइ परिवार का पौधा है। हालांकि ये एक फल होता है जो उपवास के दौरान खाया जाता सकता है। भारत में ज्यादातर कुट्टू के आटे का उपयोग नवरात्र के उपवास में किया जाता है।

काफल फल

काफल फल

काफल फल (Kafal Fruit) हिमालय के ऊंचे पहाड़ों में (उत्तराखंड, हिमाचल, नेपाल) पाया जाने वाला एक फल है। यह फल छोटा और गोल होता है जिसका रंग हल्के लाल या नारंगी होता है। काफल फल का स्वाद मीठा और खट्टा होता है और इसकी खुशबू भी बेहद सुंदर होती है। यह फल खाने के अलावा जाम, शरबत, जेली और मुरब्बा बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

ऑएस्टर मशरूम

ऑएस्टर मशरूम

देश में मशरूम की कई ऐसी प्रजातियां आ गई हैं, जिनकी खेती सालभर की जा सकती है। इससे किसानों में मशरूम खेती को लेकर लोकप्रियता भी बेहद तेजी से बढ़ी है। किसान कम लागत में इसकी खेती कर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं। इसकी खेती के लिए किसानों को ज्यादा बड़ी जगह की भी जरूरत नहीं होती है। एक बंद कमरे में भी मशरूम की खेती की जा सकती है।