गलगल

गलगल

गलगल नींबू की तरह दिखने वाला एक फल होता है लेकिन, नींबू के आकार से थोड़ा बड़ा बिलकुल संतरे जैसा। नींबू की ही तरह यह खट्टा और रस से भरपूर होता है। गलगल को दरअसल नींबू प्रजाति का ही फल माना जाना है जो एक पहाड़ी फल है जिसे पहाड़ी नींबू भी कहते हैं। भारत में खट्टे फलों की करीब 27 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से लगभग 23 पूर्वोत्तर भारत में पाई जाती हैं। गलगल की बात करें तो यह जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित हिमालय के उत्तर-पश्चिमी तलहटी में अधिक पाया जाता है।

सेलम हल्दी

सेलम हल्दी

सेलम हल्दी, भारत के तमिलनाडु के सेलम जिले में उगाई जाने वाली हल्दी की एक किस्म है। इसके चमकीले पीले रंग, तेज़ सुगंध और तीखे स्वाद के लिए इसकी सराहना की जाती है। सेलम हल्दी का उपयोग आमतौर पर भारतीय खाना पकाने में किया जाता है, विशेष रूप से मसाला मिश्रण, करी पाउडर और चावल के व्यंजनों में।

जौं

जौं

भारत देश अपनी विभिन्नताओं  के लिए दुनिया भर में जाना जाता है । चाहे वो खान – पान हो या कला ,चाहे वो भाषा हो या पहनावा हर क्षेत्र में  विभिन्नताओं के बावजूद हम एक – दूसरे की संस्कृति को  अपनाने में बिलकुल परहेज़ नहीं करते।  अब अगर रोटियों की बात करें तो हमारे देश में बहुत प्रकार के आटे  की रोटियां बनती है।

राजामुड़ी चावल

राजामुड़ी चावल

भारत में 6 हजार से भी ज्यादा चावल की किस्में उगाई जाती हैं. जिसमें सफेद चावल हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। सफेद चावल कच्चे चावल का अत्यधिक शुद्ध रूप है। दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने के बावजूद सफेद चावल सेहत के लिए ठीक क्यों नहीं माने जाते? चोकर और अंकुरित सामग्री को अगर डेली डाइट में लिया जाए, तो वह काफी फायदेमंद होती है। इनमें फाइबर के साथ-साथ पोषक तत्व भी होते हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। आज जानेंगें चावल की एक किस्म ‘राजामुड़ी चावल’ के बारे में।

थालीपीठ आटा

थालीपीठ आटा

थालीपीठ एक स्वादिष्ट बहु-अनाज फ्लैटब्रेड है जो पश्चिमी भारत, विशेषकर महाराष्ट्र में लोकप्रिय है। थालीपीठ के लिए आटा, जिसे भजनी (bhajanee) कहा जाता है, भुने हुए अनाज, फलियां और मसालों से तैयार किया जाता है। सामग्री में चावल, गेहूं, बाजरा और ज्वार जैसे अनाज शामिल हैं। चना और उड़द जैसी फलियाँ और मसाले, आमतौर पर धनिया और जीरा।

शरबती गेहूं

शरबती गेहूं

शरबती गेहूं जिसे गोल्डन ग्रेन (Golden Grain) भी कहा जाता है, वो प्रीमियम वैरायटी है, जो रंग, रूप और गुण में बाकी गेहूं से कहीं ज्यादा बलवान है। मध्य-प्रदेश, हरियाणा, उत्तर-प्रदेश, आदि राज्यों में शरबती गेंहू उगाया जा रहा है। मध्य प्रदेश के सिहोर में इस गोल्डन ग्रेन की खेती की जाती है, जिसके भाव बाजार में साधारण गेहूं से कहीं अधिक है। इतना ही नहीं, दिल्ली जैसे बड़े-बड़े शहरों में इसका आटा भी महंगा बिकता है।

कश्मीरी लहसुन | हिमालयन लहसुन

कश्मीरी लहसुन | हिमालयन लहसुन

अगर मेरे लहसुन कहने पर आपके दिमाग में बाजार में आमतौर पर बिकने वाले लहसुन की आकृति आती है तो आपके लिए ये जानकारी एकदम नई है। जी हाँ ! आज हम बात करेंगे कश्मीरी लहसुन की। कश्मीरी लहसुन न केवल अपने स्वाद और फायदे में बल्कि दिखने में भी अनोखा है।

लैकाडोंग हल्दी

लैकाडोंग हल्दी

वायगांव, महाराष्ट्र राज्य के वर्धा जिले की समुद्रपुर तहसील का एक छोटा सा गाँव है।पिछले कुछ सालों में वाईगांव ने अपनी अनूठी हल्दी के लिए रातों-रात प्रसिद्धि और सफलता हासिल की, जिसे 2016 में भौगोलिक संकेत टैग (जीआई) से सम्मानित किया गया था।