काला नमक चावल

काला नमक चावल

हाल के वर्षों में ‘काला नमक चावल’ kala namak chaawal की विदेशों में भी मांग बहुत बढ़ गई है। इसकी खासियत यह है कि इसे बनाया तो घर में जाता है, लेकिन खुशबू पूरे मोहल्ले में महसूस होती है। लेकिन, यह जितना ही सुगंधित चावल है, इसमें उतने ही औषधीय गुण भी हैं। इतने फायदेमंद होने के बावजूद यह किसानों के लिए भी काफी लाभकारी है और इसकी पैदावार भी भरपूरी होती है। ऐतिहासिक कहानियों के मुताबिक इस चावल को खुद भगवान महात्मा बुद्ध का आशीर्वाद प्राप्त है।

जामुन सिरका

जामुन सिरका

जामुन सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है। इसमें विटामिन्स, आयरन, फाइबर, पोटैशियम और कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं। जामुन डायबिटीज रोगियों के लिए वरदान माना जाता है। यह पाचन शक्ति को भी बेहतर बनाने में मदद करता है। जामुन का सिरका भी उतना ही फायदेमंद माना जाता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो कई तरह के संक्रमण से बचाते हैं।

मुनस्यारी राजमा

सात हजार फीट से अधिक ऊंचाई वाले उच्च हिमालयी आदि गांवों में पैदा होने वाली राजमा को मुनस्यारी के राजमा नाम से जाना जाता है। अपने स्वाद के चलते विशेष पहचान रखती है। मैदानी क्षेत्रों में पैदा होने वाली राजमा से आकार में कुछ बड़ी सीमांत की राजमा पूरी तरह जैविक तरीके से उत्पादित की जाती है। इसके उत्पादन में किसी तरह की रासायनिक खाद का उपयोग नहीं होता है।

वायगांव हल्दी

वायगांव हल्दी

वायगांव, महाराष्ट्र राज्य के वर्धा जिले की समुद्रपुर तहसील का एक छोटा सा गाँव है।पिछले कुछ सालों में वाईगांव ने अपनी अनूठी हल्दी के लिए रातों-रात प्रसिद्धि और सफलता हासिल की, जिसे 2016 में भौगोलिक संकेत टैग (जीआई) से सम्मानित किया गया था।

गुलकंद

गुलकंद

हमारा खान-पान मौसम के बदतला रहता है। जैसे-जैसे मौसम में उतार-चढ़ाव आता है उसी प्रकार से हमारे खान-पान में भी बदलाव आने लगता है। सर्दी है तो खान-पान में एसी सामग्रियां शामिल होने लगती है जिनका खाने से हमारे शरीर को गर्मी मिल सके। इसी प्रकार से गर्मी के मौसम में हम ऐले फल और सामग्री खाते है जिनको खाने से जून की गर्मी में भी शरीर को अंदर से ठंडक मिल सके।

ब्लैक किडनी बीन्स

राजमा-चावल हर लगभग हर किसी का स्वादिष्ट भोजन रहा है। देश-विदेश में राजमा की अनेक किस्में पायी जाती हैं। लाल, सफेद, काला, भूरा, पहाड़ी राजमा, हरसिल राजमा, आदि आदि। सामग्रालय परिवार से जुड़ा है एक नए किस्म का राजमा जिसे अंग्रेजी में Black Speckled Kidney Beans कहा जाता है। अब हिंदी में इसे आप काले छिद्रित राजमा कह सकते हैं। Black Speckled मतलब काले धारीदार या धब्बेदार किडनी बीन्स। काले छिद्रित राजमा, जो कि अन्य विभिन्न फसलों में मशहूर होते हैं, भारत और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में खासकर उगाये जाते हैं। ये फलियां बेहद पोषणयुक्त होती हैं, जो भोजन का एक महत्वपूर्ण अंग होते हैं।

पिंक हिमालयन नमक

पिंक हिमालयन नमक

नमक हमार खान-पान का एक ऐसा हिस्सा जिसको अगर एक दिन भी ना खाएं, कम खाएं या फिर अधिक खा लें तो शरीर नामक मशीन के पुर्जे बिखरने लगते हैं…मतलब शरीर में नमक की कमी या अधिकता से हाइपरटेंशन, हार्ट की प्रॉब्लम या फिर low blood pressure जैसा परेशानी हो सकती है। ऐसे में लोग अलग अलग प्रकार के नमक का इस्तेमाल अपने खाने में करते हैं। जो स्वास्थ के लिहाज से कम नुक्सानदेह हो। च्छी बात ये है कि सेंधा नमक प्रदूषण रहित है, इसलिए इसे खाने के नुकसान बहुत कम हैं और फायदे ज्यादा।

भूत जोलोकिया

भूत जोलोकिया

भूत जोलोकिया मिर्च का एक प्रकार है, जो पूर्वोत्तर में पाया जाता है। इसे किंग मिर्च, राजा मिर्च, नागा मिर्च, गोस्ट पैपर जैसे कई नाम से जाना जाता है। भूत जोलोकिया मिर्च को दुनिया के पांच सबसे तीखी मिर्चों में शामिल किया गया है। इसका इस्तेमाल खाने से लेकर हथियार ग्रेनेड में भी होता है। भारत में इस मिर्च की खेती असम, नागालैंड और मणिपुर में होती है। खास बात ये भी है कि भारत दुनियाभर में मिर्ची को सबसे बड़ा उत्पादक देश है, साथ ही उपभोक्ता भी।
इसकी लोकप्रियता का मुख्य कारण स्कोविल हीट पैमाने जो कि मिर्च की हीट को माँपने का तरीका है, पर इसका उच्च स्कोर रहा है।