चिरोंजी

स्वस्थ जीवन जीने के लिए खाद्य पदार्थों को लेकर सजगता की बड़ी आवश्यक्ता है। इसी सजगता को बनाए रखने की एक छोटी सी कोशिश में हम बात करेंगे चिरोंजी की। सूखे मेवों की सूची में चिरौंजी का नाम लेना अनिवार्य माना जाता है।

काले चावल

काले चावल

जहां एक ओर हरित क्रांति ने देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की, वहीं दूसरी ओर इसमें कुछ सीमित फसलों पर भी बड़ा बदलाव दिखा। दशकों बाद, कई विरासती फसलों को मुख्य धारा में लौटते हुए देखा गया। उनमें से एक मत्वपूर्ण फसल है चावल की।

रागी

रागी

हमारी प्रकृति ने हमें कितना कुछ दिया है, बस हमें सबको संजो कर रखने की जरूरत है। प्रकृति के दिए हुए खाद्य पदार्थों में से एक अनाज है-रागी। रागी को मोटे अनाजों में गिना जाता है, जैसे – बाजरा, ज्वार, जौं, मक्का आदी।

जायफल

जायफल

जायफल बीज की एक गिरि है जो काफी लोकप्रिय है। गुर्दे की पथरी घोलने में भी इसे काफी मददगार ममाना जाता है।
कई मांसाहार व्यंजनों ममें इसका इस्तेमाल मसाले के तौर पर किया जाता है तो वहीँ कुछ बेकरी आइटम जैसे की केक और पुडिंग में भी इसका भरपूर उपयोग होता है।

रधुनी

रधुनी

आज हम बात करेंगे रधुनी के बीज की, जिसे कुछ लोग अजमोडा के नाम से भी जानते हैं। इसकी विशेष सुगंध के कारण, जिस भी खाने में इसका तड़का लगाया जाता है, वो खाना बहुत ही स्वादिष्ट बनता है। अक्सर लोग अजवाइन और रधुनि में भ्रमित हो जाते हैं। लेकिन  भले ही ये दिखने और स्वास्थ लाभों में समान हों पर स्वाद के मायनों में ये एक दूसरे से काफी अलग हैं।

ड्रैगन फ्रूट

ड्रैगन फ्रूट

ड्रैगन फ्रूट एक उष्णकटिबंधीय फल है जो अधिकांश महाद्वीपों में पाया जाता है। इसकी  पपड़ीदार , धधकती हुई  लाल रंग की उपस्थिति से इसे ड्रैगन फ्रूट के नाम से जाना जाता है।

खाद्य गोंद (बबूल)

खाद्य गोंद (बबूल)

जो बोए पेड़ बबूल का, तो गोंद वहीं से पाए….

कहावत तो ये है कि जो बोए पेड़ बबूल का, तो आम कहां से पाए… लेकिन कहावत से इतर सच्चाई ये है कि बबूल का पेड़ बोने पर गोंद जरुर हासिल की जा सकती है, जो सेहत के लिए बड़ी फायदेमंद है। बबूल के पेड़ों की अलग-अलग किस्मों मतलब बबूल के पेड़ की राल से इकट्ठा किए रस से खाद्य गोंद बनाई जाती है।

शाहजीरा

शाहजीरा

शाही अर्थात राजसी। आम जीरे के  मुकाबले   ये  स्वाद में हल्का मीठा और   दिखने में भी काफी कोमल होता है।  । जहाँ एक तरफ शाही जीरे को  तड़के के लिए इस्तेमाल किया जाता है  तो वहीँ दूसरी तरफ इसको मुगलई और कश्मीरी व्यंजनों में मिलने वाले स्वादिष्ट पुलावों, बिरयानी और कोरमा में भी मिलाया जाता है।