दमस्क गुलाब

दमस्क गुलाब

हमारे देश में हिमाचल प्रदेश में दमस्क गुलाब (Damask Rose) के लिए किसानों को ट्रेनिंग दी जाती है, जिसका इस्तेमाल इत्र, पर्फ्यूम, मसाले के तेल और रोज वाटर आदि बनाने के लिए किया जाता है। यह एक बहुत ही बेहतरीन क्वालिटी का गुलाब होता है, जिससे निकलने वाले तेल की कीमत 10 से 12 लाख रुपए प्रति लीटर होती है। वहीं इस एक लीटर तेल को निकालने के लिए लगभग साढ़े तीन टन दमस्क गुलाबों की प्रोसेसिंग की जाती है।

खजूर का गुड़

खजूर का गुड़

गुड़ (Sugarcane Jaggery) एक प्राकृतिक स्वीटनर है जिसे आप अपनी डाइट में कई तरह से प्रयोग कर सकते हैं। आप चाहें तो गुड़ को चीनी के विकल्प के रूप में आसानी से इस्‍तेमाल कर सक‍ते हैं। गुड़ की मदद से ढेरों स्‍वादिष्‍ट चीजें तैयार की जाती हैं। आमतौर पर गन्ने के रस से गुड़ तैयार किया जाता है जो पूरे साल आसानी से बाजारों में मिल जाते हैं। गुड़ खाने से अलग अलग न्‍यूट्रिशनल वैल्‍यू (Nutritional Value)भी मिलती है।

गन्ने के रस वाला गुड़

गन्ने के रस वाला गुड़

गुड़ (Sugarcane Jaggery) एक प्राकृतिक स्वीटनर है जिसे आप अपनी डाइट में कई तरह से प्रयोग कर सकते हैं। आप चाहें तो गुड़ को चीनी के विकल्प के रूप में आसानी से इस्‍तेमाल कर सक‍ते हैं। गुड़ की मदद से ढेरों स्‍वादिष्‍ट चीजें तैयार की जाती हैं। आमतौर पर गन्ने के रस से गुड़ तैयार किया जाता है जो पूरे साल आसानी से बाजारों में मिल जाते हैं। गुड़ खाने से अलग अलग न्‍यूट्रिशनल वैल्‍यू (Nutritional Value)भी मिलती है।

मुल्तानी मिट्टी

मुल्तानी मिट्टी

मुल्तानी मिट्टी एक औषधीय मिट्टी है, जिसे शरीर पर लगाने के काम में लिया जाता है। पुराने समय में इसका उपयोग बाल धोने आदि के लिए किया जाता रहा है। आज के समय में स्नान करने फेस पैक आदि के लिए प्रयोग करते हैं। चर्मरोगों को समाप्त करने एवं त्वचा को मुलायम रखने में बहुत सहायक है। तैलीय त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल में मिलाकर लगाना चाहिए और शुष्क त्वचा के लिए इसे दूध, शहद या दही के साथ प्रयोग करना चाहिए।

कत्था

कत्था

पान खाने की परंपरा भारत देश में काफी पुरानी है। मुख्य रूप से उत्तर-प्रदेश, बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा जैसे पूर्वी भारत के राज्यों में पान खाया जाता है। इन राज्यों के अलावा आंध्र-प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी लोकप्रिय है। इस हिसाब से पान खाना देश के लगभग सभी हिस्सों में लोकप्रिय है।

गोंद कतीरा

गोंद कतीरा

गोंद असल में कई प्रकार के पेड़ों से निकाला जाता है। आज जानकारी गोंद कतीरा (Gond Katira) की। वैसे तो ज्यादातर गोंद का इस्तेमाल सर्दियों में किया जाता है और वो गोंद होता है बबूल के पेड़ से निकला गोंद।

अरकू कॉफी

अरकू कॉफी

विशाखापट्टनम के करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर बसी है अरकू घाटी जो अलूरी क्षेत्र में पड़ती है। यह दक्षिण भारत के राज्य आंध्र-प्रदेश का एक पहाड़ी जिला है। अलूरी जिले में ही एक घाटी का नाम है अरकू घाटी। अरकू घाटी विजाग शहर से 114 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और उड़ीसा की सीमा के बहुत करीब है।

काला नमक

काला नमक

हमारी भारतीय विरासत के खाने की सामग्रियों में जलवायु और स्वास्थ्य का खासा महत्त्व देखा जाता है। काला नमक इसी सभ्यता का एक हिस्सा है। नमक की यह किस्म प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले नमक में चुनिंदा जड़ी बूटियों को मिलाकर बनाई जाती है। इसका मिश्रण आँवला, हरड़ के बीज, बबूल की छाल और बहेड़ा के बीजों को बारीक पीसकर तैयार किया जाता है।