जौं

जौं

भारत देश अपनी विभिन्नताओं  के लिए दुनिया भर में जाना जाता है । चाहे वो खान – पान हो या कला ,चाहे वो भाषा हो या पहनावा हर क्षेत्र में  विभिन्नताओं के बावजूद हम एक – दूसरे की संस्कृति को  अपनाने में बिलकुल परहेज़ नहीं करते।  अब अगर रोटियों की बात करें तो हमारे देश में बहुत प्रकार के आटे  की रोटियां बनती है।

थालीपीठ आटा

थालीपीठ आटा

थालीपीठ एक स्वादिष्ट बहु-अनाज फ्लैटब्रेड है जो पश्चिमी भारत, विशेषकर महाराष्ट्र में लोकप्रिय है। थालीपीठ के लिए आटा, जिसे भजनी (bhajanee) कहा जाता है, भुने हुए अनाज, फलियां और मसालों से तैयार किया जाता है। सामग्री में चावल, गेहूं, बाजरा और ज्वार जैसे अनाज शामिल हैं। चना और उड़द जैसी फलियाँ और मसाले, आमतौर पर धनिया और जीरा।

कोदरा

कोदरा

कोडो कहें या कहें कोदरा या फिर कोडो मिलेट, सब एक ही अनाज के नाम हैं। कोडो अनाज एक तरह से बाजरे जैसा अनाज होता है। यह अनाज सेहत के लिए काफी लाभदायक बाताया गया है जो भारत में लगभग हर राज्य में उगाया जाता है या खुद से भी उग जाता है। ज्यादातर उत्तर भारत के उत्तर-प्रदेश राज्य के साथ हिमाचल प्रदेश, केरल, तमिलनाडु में उगाया जाता है।

सोलापुर ज्वार

महाराष्ट्र के सोलापुर जिले की तालुका ‘मंगलवेधा’ में पिछले लगभग 500 सालों से मोटा अनाज उगाया जा रहा है, ख़ासकर यहां की ज्वार। सोलापुर जिले की काली मिट्टी यहाँ उगाई जाने वाली ज्वार की फसल को पौष्टिक और आर्थिक रूप से किसानों को समृद्ध बना रही है। ज्वार की रोटी पौष्टिक तो बहुत होती है लेकिन ज़्यादातर लोगों और खासतौर पर बच्चों को पसंद नहीं आती। इसीलिए ज्वार अधिकतर कम ही उपयोग में लाई जाती है। ऐसे में पौष्टिक चीजों को नए तरीकों से स्वादिष्ट बनाया जा रहा है।

बरनार्ड बाजरा

बरनार्ड बाजरा

बरनार्ड बाजरा एक प्रचलित अनाज या कच्चा अनाज है जिसमें कई पोषक तत्व हैं। पिछले कुछ सालों में लोग मोटे अनाजों की तरफ लौट रहे हैं। ज्यादातर मिलेट्स को अपने खाने का हिस्सा बना रहे हैं। मिलेट्स की ही एक किस्म है बरनार्ड बाजरा।

ब्राउनटॉप मिलेट

ब्राउनटॉप मिलेट

अनाजों के बारे में लगभग सभी लोग जानके हैं और खाते हैं लेकिन अनाजों की भी विभिन्न किस्में होती है जिनके बारे में आजकल लोग भूल चुके हैं। अनाजों की ही एक किस्म है ‘ब्राउनटॉप मिलेट’ जिसे एक पॉजिटीव अनाज भी माना जाता है। बाजरे की तरह ही दिखने वाला ये अनाज उपरी भाग में भूरे रंग का होता है इसलिए ‘ब्राउनटॉप मिलेट’ कहा जाता है। हिंदी में इसे छोटी कांगरी और हरी कंगनी के नाम से जानते हैं।

रागी

रागी

हमारी प्रकृति ने हमें कितना कुछ दिया है, बस हमें सबको संजो कर रखने की जरूरत है। प्रकृति के दिए हुए खाद्य पदार्थों में से एक अनाज है-रागी। रागी को मोटे अनाजों में गिना जाता है, जैसे – बाजरा, ज्वार, जौं, मक्का आदी।