मगही पान

मगही पान

भारत देश अपनी विविधताओं के लिए जाना जाता है। यहां हर राज्य हर जिले की अपनी एक खास विशेषता है। उत्तर-प्रदेश के बनारस का नाम लें तो सबसे पहले बनारस के पान का जिक्र आता है। इसी तरह बिहार के मगध की बात करें तो वहां के मगही पान के तो देश विदेश तक चर्चे हैं। जी हां, मगही पान बिहार के मगध इलाके में सबसे अधिक उगाया जाता है। दिलचस्प बात है कि बनारस में ज्यादातर मिलने वाले पान मगध से ही आते हैं। मगध में पान की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि वो मगही पान के बेचने के लिए बनारस लेकर जाते हैं क्योंकि, बनारस में पान की अच्छी खासी मार्केट है।

पत्थरचट्टा

पत्थरचट्टा

घर के आस-पास और कच्चे रास्तों में हम रोजाना ऐसे तमाम पौधें देखते हैं जिनके बारे में या उनकी खूबियों के बारे में हमें पता नहीं होता। ऐसा ही एक पौधा है पत्थरचट्टा, जो हमारे घरों के आस-पास कहीं भी मिल जाता है और जिसकी पहचान एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के रूप में की जाती है। Kalanchoe Pinnata इसका अंग्रेजी नाम है, जिसके बारे में हम कह सकते हैं कि ये पौधा हमारे लिए हेल्थ इंश्योरेंस की तरह काम करता है।

भीभीतकी

भीभीतकी

भीभीतकी जिसे हिंदी में बहेड़ा भी कहा जाता है, एक बड़ा पर्णपाती औषधीय पेड़ है और आयुर्वेद और यूनानी जैसी पारंपरिक दवाओं में इसका बहुत महत्व है। इसे तेलुगु में तनिकाय और तमिल में तनरी के नाम से भी जाना जाता है। संस्कृत में इसे विभीता कहा जाता है जिसका अर्थ है जो रोग के भय को नष्ट कर देने वाला।

हरड़

हरड़

हरड़, जिसका वानस्पतिक नाम (Terminalia chebula) है उसे ‘हर्रे’, ‘हरितकी’ जैसे नामों से भी जाता है। यह एक प्रसिद्ध जड़ी-बूटी है। यह त्रिफला में पाए जाने वाले तीन फलों में से एक है। भारत में इसका इस्तेमाल घरेलू नुस्खों के तौर पर खूब किया जाता है। आयुर्वेद में तो इसके अनेक चमत्कारी फायदे बताए गए हैं।

कोकम

कोकम

आयुर्वेद में कोकम को वृक्षाम्ला के नाम से जाना जाता है। सुंदर बैंगनी रंग के फल का स्वाद खट्टा होता है। क्या आप जानते हैं कोकम फल का इस्तेमाल कई तरीके से किया जा सकता है जैसे कि खाना बनाने में, मसाले के तौर पर, दवाई के रूप में, तेल निकालने के रूप में और कोकम फल का जूस भी बेहद स्वादिष्ट होता है।

सब्जा के बीज

सब्जा के बीज

सब्जा के बीजों की लोकप्रियता कुछ चुनिंदा मिठाईयों / पेय प्रदार्थो में मिलती हैं ।  क्यूंकि इसमें वसा  यानी की FAT  को कम करने की अचूक क्षमता होती है।   सब्जा के  बीजों में उच्च मात्रा में फाइबर होता है और ये शरीर के फैट को तेज़ी से गलाने  में मदद करता है । 

मुलेठी

मुलेठी

क्या आप जानते हैं की बनारसिया पान में स्वाद के साथ साथ कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं । उसी बनारसी पान की औषधीयता बनाये रखने के लिए मुलेठी एक
अहम भूमिका निभाती है ।अंग्रेज़ी में इसे  LIQUORICE   कहते हैं । वैसे केवल पान ही नहीं बल्कि कई खाद्य पदार्थों और जलपानों में इसका उपयोग किया जाता है ।

नागकेसर

नागकेसर

चमकीले और गहरे रंग के पत्तों की परतों के साथ साथ असाधारण गुणों से भरपूर होने कारण  इस सजावटी  पेड़ की सुंदरता दोगुनी हो जाती है।  इसके साथ ही लकड़ी का वाणिज्यिक मूल्य भी है  , जो भरी  और मजबूत है, जिसका उपयोग कंस्ट्रक्शन में पटरे  और रेलवे लाइन बिछाने के दौरान भी किया जाता है. जड़ी बूटी की बात करें तो नागकेसर के कई फायदे हैं