शरबती गेहूं | Sharbati Wheat
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चिराता के विषय में :
हमारे आसपास ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं, जो रोगों से लड़ने में फायदेमंद हैं भारत में इनका इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। उन्हीं में से एक चिरायता/Swertia Chirata भी है। कई लोग चिरायता का स्वाद कड़वा होने की वजह से इसका सेवन नहीं करते। लेकिन, यह जितना कड़वा होता है, उतना ही रोगों से लड़ने में फायदेमंद भी होता है।
चिरायता मूल रूप से हिमालय में पाई जाने वाली औषधीय जड़ी बूटी है, जिसका उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है। इसके औषधीय उपयोग का जिक्र भारतीय, ब्रिटिश, अमेरिकी और यूनानी चिकित्सा से संबंधित किताबों में भी मिलता है। इसमें कई तरह के बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। इस जड़ी-बूटी का इस्तेमाल बुखार, मधुमेह और मलेरिया जैसी बीमारी का आयुर्वेदिक इलाज करने के लिए किया जाता है।
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कई विद्वान कालमेघ को चिरायता मानते हैं, लेकिन दोनों पौधा आपस में भिन्न हैं। असली चिरायता अपनी जाति के अन्य चिरायतों की तुलना में बहुत ही कड़वा होता है। चिरायता की कई प्रजातियां होती हैं, जिनका प्रयोग चिकित्सा में किया जाता है। चिरायता का वानस्पतिक नाम Swertia chirayita (स्वर्टिया चिरायता)। यह Gentianaceae (जेन्शिएनेसी) कुल का पौधा है। चिरायता को देश-विदेश में अन्य इन नामों से भी जाना जाता है। हिंदी में भी इसके कई नाम हैं – चिरायता, चिरेता, चिरैता, नेपालीनीम, चिराइता
चिरायता का पौधा (chirayata plant) भारत में यह हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर तथा असम तक पाया जाता है। यह 1200 से 3000 मीटर की ऊँचाई पर एवं मध्य प्रदेश, दक्षिण भारत आदि के पर्वतीय प्रदेशों में 1200-1500 मीटर की ऊँचाई पर पाया जाता है।
– चिरायता से खांसी, बुखार और जुकाम का घरेलू इलाज किया जा सकता है। दरअसल, यह सारी समस्याएं वायरल इंफेक्शन की वजह से होती हैं (2)। ऐसे में चिरायता में मौजूद एंटी-वायरल गुण फायदेमंद हो सकता है। बताया जाता है कि चिरायते की जड़ से खांसी, बुखार और जुकाम से राहत मिल सकती है
– चिरायता पाचन संबंधी विकार जैसे ब्लोटिंग में फायदेमंद होता है, क्योंकि ये पाचन शक्ति को बढ़ाकर खाने को पचने में मदद करता है और ब्लोटिंग जैसी समस्या को दूर करता है।
चिरायता का इस्तेमाल कैसे करें?
- चूर्ण – 1-3 ग्राम
- काढ़ा – 20-30 मिली
चिरायता के फायदे
- बुखार, खांसी और जुकाम के लिए
- इम्यूनिटी के लिए
- ब्लड शुगर लेवल कम करे
- एनीमिया से बचाए
- पाचन स्वास्थ्य के लिए