शतावर | SHATAVAR
शतावर के बारे में –
शतावर एक जानी -मानी जड़ी-बूटी है जिसे कई बिमारियों के उपचार के लिए उपयोग में लाया जाता है। इस जड़ी-बूटी का टैबलेट, पाउडर, तरल रूप में भी सेवन किया जाता है। इसका इसेतमाल खासकर इसकी जड़ बनी दवाओं के लिए ही किया जाता है। महिलाओं को होने वाली तमाम समस्याओं में शतावरी को लाभकारी माना गया है-जैसे ओवरी सिंड्रोम, स्तन में दूध की मात्रा अगर कम हो रही है तो उसे बढ़ाने के लिए शतावरी का सेवन आयुर्वेद में बताया गया है।
शतावरी नेपाल, श्रीलंका, भारत और हिमायलय में मिलती है.यह 1 से 2 मीटर लंबी होती है. शतावरी की पहचान 1799 में की गई थी। असल में भारत में शतावरी वसंत ऋतु की एक सब्जी के तौर पर जानी जाती है। यह लिली (लिलीसेए) परिवार से जुड़ी है और शतावरी यौन इच्छा बढ़ाने वाली एक प्राकृतिक औषधि की तौर पर जानी जाती रही है।
तेजी से वजन कम (Weight Loss) करने में शतावरी (Shatavari) मददगार है। इतना ही नहीं गर्भावस्था में शतावरी के बहुत फायदे हैं। शतावरी किडनी (Kidney Health) के लिए भी फायदेमंद है। यूटीआई (UTI Remedies) के लिए शतावरी अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा शतावरी का इस्तेमाल हैंगओवर (Hangover) को दूर करने में भी किया जाता है।
शतावर जंगल में स्वतः उत्पन्न होती है। चूंकि इसका औषधीय महत्व भी है अतः अब इसका व्यावसायिक उत्पादन भी है। शतावर के पौधे को विकसित होने एवं कंद के पूर्ण आकार प्राप्त करने में तीन वर्ष का समय लगता है। इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है जिसमें जल की निकासी अच्छी तरह होती हो तथा जिसमें ज्यादा पानी न ठहरता हो। चूंकि यह एक कंदयुक्त पौधा है अतः दोमट रेतीली मिट्टी में इसे असानी से खोदकर बिना क्षति पहुंचाए इसके कंद प्राप्त किए जा सकते हैं।
शतावरी के गुण :
• शतावरी में काफी पोषक तत्व होते हैं। इसमें फैट या कोलेस्ट्रॉल नहीं होता। इतना ही नहीं यह बेहद लो कैलोरी और कम सोडियम वाला आहार है।
• शतावरी में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन बी 6, फोलेट, आयरन, कैल्शियम, फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं।
• शतावरी मूत्र प्रवाह बढ़ाने का काम करती है और इसी के चलते यह गुर्दे को साफ करने में भी मदद करती है।
• रोमनों और युनानी में गुर्दे की पथरी के लिए शतावरी को इस्तेमाल किया जाता है।
खांसी या दस्त में में शतावरी काफी फायदेमंद है।
शतावर का सेवन
बवासीर में आराम
गुर्दे के साफ रखना
सेक्स क्षमता को बढ़ाना
स्तनों में दूध बढ़ाने में सहायक
शतावर के उपयोग
बवासीर में आराम
गुर्दे के साफ रखना
सेक्स क्षमता को बढ़ाना
स्तनों में दूध बढ़ाने में सहायक