स्टीविया | STEVIA
स्टीविया के विषय में
रिफाइंड शुगर या कहें चीनी… सेहत के लिए कितनी ज्यादा नुकसानदायक है, इस बात का शायद अंदाजा भी लोगों को नहीं है। वहीं फिटनेस फ्रीक लोग अक्सर रिफाइंड शुगर से दूरी तो बना लेते हैं लेकिन इसके विक्ल्प के बारे में नहीं जानते। यानी की अगर आप चीनी का सेवन नहीं करना चाहते या चीनी की मात्रा आपनी दिनचर्या में कम करना चाहते हैं तो चानी की जगह पर क्या इस्तेमाल किया जाए जो शुगर लैवल का बढ़ाए भी ना और सेहत का भी ख्याल रखे। ऐसे में पता चला शुगर के एक सबसे बेहतरीन विकल्प के बारे में जिसका नाम है स्टीविया। स्टीविया नेचुरल शुगर लेने का एक बेहतरीन जरिया है। यह न केवल चीनी से ज्यादा मीठा है बल्कि फायदेमंद भी है।
स्टीविया में नहीं होते पोषक तत्व :
सदियों से दक्षिणी अमेरिकी देशों, जैसे ब्राज़ील में स्टीविया पौधे की पत्तियों का इस्तेमाल प्राकृतिक स्वीटनर के तौर पर होता आ रहा है। आज स्टीविया पूरे विश्व में पाया जाता है और मीठे के प्राकृतिक विकल्प के तौर पर मशहूर है। इसमें मीठा प्राकृतिक रूप से पाया जाता है और ये साधारण चीनी से 200 गुणा अधिक मीठा होता है। दिलचस्प बात ये है कि इसके अंदर जीरो कैलोरीज होती है। हालांकि स्टीविया में पोषक तत्व नहीं होते, जिसका मतलब ये है ये आपकी डाइट में कैलोरी की मात्रा नहीं बढ़ाता है इसीलिए ये चीनी की जगह अच्छा विकल्प हो सकता है।
कितनी मात्रा में करें इस्तेमाल :
ज़्यादातर एक चुटकी स्टीविया आपको एक चम्मच चीनी के बराबर मीठापन देती है, चाय और कॉफ़ी में चीनी की जगह स्टीविया का इस्तेमाल करते समय इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसके अलावा
स्टीविया पाउडर को ब्रेकफ़ास्ट सीरियल या दही में भी डालकर भी खा सकते हैं। आइसक्रीम या फलों से बने डिज़र्ट बनाने में चीनी की जगह स्टीविया का इस्तेमाल करने की कोशिश करें। स्टीविया में लगभग ज़ीरो कैलोरी और प्राकृतिक तौर पर मिठास मौजूद होती है और यह चीनी का अच्छा विकल्प भी हो सकता है, लेकिन इन सबके साथ अपनी डाइट में कुछ नया करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें और इसका नियंत्रण में रहकर इस्तेमाल करें.
स्टीविया का प्रयोग
पाउडर के रूप में
क्यूब्स के रूप में
चाय, चीनी, कॉफी
दही, डिज़र्ट आदि
स्टीविया के फायदे
शुगर लैवल को कंट्रोल
शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट
कैलोरी कम होने से वजन कंट्रोल
ब्लड प्रेशर का स्तर स्थिर रहता है