शिकाकाई | Shikakai
शिकाकाई के विषय में –
क्या है शिकाकई –
शिकाकाई भारत की प्राचीन वनस्पति है, जो हजारों साल से बालों की देखभाल के लिए इस्तेमाल की जा रही हैं। शिकाकाई, एकेशिया कॉनसिना मूल का एक झाड़ीदार पेड़ है जो, मध्य और दक्षिण भारत के गर्म मैदानों में बहुतायत से पाया जाता है। शिकाकाई को कई नामों से जाना जाता है जैसे – संस्कृत में सप्तला, केश्या, चर्मकषा कहते हैं। ऐसे ही हिंदी में शिकाकाई और उड़िया में विमला, मलयालम में चीयाकायी और शिकाई कहते हैं।
विटामिनों से भरपूर है शिकाकाई –
शिकाकाई के फल में भरपूर मात्रा में एल्केलॉयड पाए जाते हैं। इसी वजह से, हेयर केयर और बाल धोने के लिए हजारों साल से भारत में आयुर्वेदिक शेंपू की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। शिकाकाई में एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ ही विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन डी भी भरपूर होती है। ये सारे ही विटामिन मिलकर बालों को पोषण देने के साथ ही हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
शिकाकाई के इस्तेमाल से बालों से डैंड्रफ की समस्या दूर होती है। बालों की जड़ों को पोषण मिलता है और हेयर ग्रोथ अच्छी होती है। शिकाकाईं के इस्तेमाल से बालों की चमक बनी रहती है और सफेद बालों की रोकथाम में भी मदद मिलती है। शिकाकई शेंपू और शिकाकाई तेल दोनों ही तरह से शिकाकाई का उपयोग किया जा सकता है। सबसे अच्छी बात है की इसमें कैमिकल नहीं होते जो आपके बालों को मजबूत बनाने की जगह रूखे और बेजान बनाते रहते हैं।
शिकाकई का इस्तेमाल –
भारत और सुदूर पूर्व एशिया में अब यह वाणिज्यिक रूप से पैदा किया जा रहा है। इस पौधे के उपयोगी भाग में इसकी पत्तियाँ और इसकी फली होते हैं। इसके स्वरूप की बात करें तो यह एक आरोही झाड़ी है। इसकी शाखाएं कॉंटेदार होती है जिन पर भूरे रंग की चिकनी धारिया बनी होती है। इस पौधे में कांटे छोटे और चपटे होते हैं। इसके फल को पकने के बाद सूखा लिया जाता है जिसको बाद में पीस कर पाउडर बनाया जाता है जो, अधिकतर पाउडर के रूप में ही बाजारों में ज्यादा बिकता है।
शिकाकाई का औद्योगिक उत्पादन
शिकाकाई के नुकसान
ज्यादा इस्तेमाल से अस्थमा और सांस लेने में दिक्कत।
रोजाना इस्तेमाल से स्कैल्प खराब होने का डर।
शिकाकाई की खुशबू का पसंद न आना।
अधिक इस्तेमाल से बाल ड्राई होना।
शिकाकाई के फायदे
हेयर फॉल रोकना।
बालों को कंडीशन कर चमकदार बनाना ।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।
विटामिन C,K और E से भरपूर।
हेयर ग्रोथ बढ़ाना।