पत्थरचट्टा | Kalanchoe Pinnata
पत्थरचट्टा के विषय में –
घर के आस-पास और कच्चे रास्तों में हम रोजाना ऐसे तमाम पौधें देखते हैं जिनके बारे में या उनकी खूबियों के बारे में हमें पता नहीं होता। ऐसा ही एक पौधा है पत्थरचट्टा, जो हमारे घरों के आस-पास कहीं भी मिल जाता है और जिसकी पहचान एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी के रूप में की जाती है। Kalanchoe Pinnata इसका अंग्रेजी नाम है, जिसके बारे में हम कह सकते हैं कि ये पौधा हमारे लिए हेल्थ इंश्योरेंस की तरह काम करता है।
पत्थरचट्टा के अलावा इसके कई नाम और भी हैं जैसे एयर प्लांट, कैथेड्रस बेल्स, लाइफ प्लांट और मैजिक लीफ के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद में पत्थरचट्टा को भष्मपथरी, पाषाणभेदी पणपुट्टी के नाम से जानते हैं। Kalanchoe Pinnata या पत्थरचट्टा का पौधा एक सदाबहार प्लांट है जो हम मौमस में हरा-भरा रहता है। भारत की बात करें तो ये लगभग हर राज्य में पाया जाता है। देखने में ये एक सामान्य झाड़ीनुमा पौधा या खरपतवार जैसा दिखाई देता है। इसके पत्ते मध्यम आकार के होते हैं। शरीर में कहीं भी बाहरी चोट लगने पर पत्थरचट्टा के पत्तों को पीस कर उसका लेप लगाने से तुरंत राहत मिल जाती है।
पत्थरचट्टा के फायदों की बात करें तो पथरी से लेकर स्किन से जुड़ी समस्याओं जैसे एक्ज़िमा और रैशेज आदि से राहत पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। पत्थरचट्टा के पत्तों में खास प्रकार के कंपाउंड पाए जाते हैं, जो घाव के ठीक होने की प्रक्रिया को तेज कर देते हैं। पत्थरचट्टा में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन, लालिमा व जलन जैसे लक्षणों को कम कर देते हैं। साथ ही इसमें एंटीफंगल एजेंट पाए जाते हैं, जो संक्रमण का करण बनने वाले कुछ बैक्टीरिया और फंगस को नष्ट कर सकता है।
किडनी की समस्या हो या फिर बवासीर पत्थरचट्टा इनके इलाज में खाफी मददगार होता है। पत्थरचट्टा का उपयोग उच्च रक्तचाप, ब्रोन्कियल परेशानी, खांसी और सर्दी, गठिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए किया जा सकता है। बहुत से किसान ऐसे हैं जो औषधिय पौधों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमाते हैं, इसलिए पत्थरचट्टा की खेती भी काफी मुनाफे वाली हो सकती है। घर पर लगाने या खेती के लिए आप किसी भी नर्सरी या ऑनलाइन डिलीवरी स्टोर से पत्थरचट्टा का पौधा खरीद सकते हैं।
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पत्थरचट्टा के उपयोग
सूजन, लालिमा व जलन आदि को कम करना
संक्रमण को फैलने से रोकना
किडनी स्टोन होने से रोकना
घाव व सूजन के लिए मरहम का काम करना
पेट से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना
सावधानी से करें इस्तेमाल
पत्थरचट्टा के पत्तों को गुनगुने पानी में मिलाकर
धुले हुए पत्तों को सलाद में काटकर खाना
सब्जियों के साथ उबालकर खाना
पत्तों को पीसकर त्वचा पर लगाना
एलर्जी, सूजन या खुजली होने पर इस्तेमाल न करें